धमतरी। स्वयं के सुखों से समझौता कर न्याय और सत्य का साथ दिया। वे सहनशीलता और धैर्यवान के प्रतिमूर्ति थे, क्योंकि वे राजा होकर भी संन्यासी का जीवन जिए। ऐसे ही गुणों के कारण प्रभु श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहलाए।
यह बात ग्राम दर्री एवं खरेंगा में आयोजित तीन दिवसीय रामधुनी प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य कविता योगेश बाबर ने कही।
कविता योगेश बाबर ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम चंद्र जी की असीम कृपा से आप लोगों के गांव में इस प्रकार का आयोजन संभव हुआ है। ऐसे आयोजन होने से आने वाली पीढ़ियों को हमारी संस्कृति एवं धर्म के बारे में जानकारी मिलती है। प्रभु श्रीराम ने धर्म के पथ पर चलकर रीति रिवाज कैसे सम्पन्ना करें, यह बताया। भगवान राम ने विषम परिस्थितियों में भी नियंत्रण रखकर सफलता प्राप्त की।
स्वयं के सुखों से समझौता कर न्याय और सत्य का साथ दिया। वे सहनशीलता और धैर्यवान के प्रतिमूर्ति थे, क्योंकि वे राजा होकर भी संन्यासी का जीवन जिए। ऐसे ही गुणों के कारण प्रभु श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहलाए।
इस अवसर पर जनपद सदस्य गोपाल साहू, साहू समाज अध्यक्ष दयाराम साहू, गीतेश्वरी साहू सरपंच दर्री, निरंजन शेखन लाल साहू उप सरपंच दर्री, टीकाराम चक्रधारी, श्याम सुंदर चक्रधारी, शिव कुमार साहू, चंद्रहास साहू आयोजन समिति के समस्त सदस्य राम खिलावन साहू, प्रकाश साहू, मोहन लाल साहू एवं बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।
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श्रीराम हिंदू संगठन की बैठक में हिंदुत्व पर हुई चर्चा
बेलरगांव में श्रीराम हिन्दू संगठन बेलरगाव ग्रामीण इकाई की कार्यकारिणी बैठक हुई। बैठक में नगरी के ब्लाक संयोजक एस कुमार साहू, अध्यक्ष डेविड गुप्ता, फरसिया अध्यक्ष शेषनारायण सिन्हा, गोरेगांव के ताराचंद साहू, बिरगुड़ी अध्यक्ष कारण सेन, विन्नाु धुव्र शामिल हुए।
बैठक में हिंदुत्व को सनातन संस्कृति और एक वृहद विचारधारा बताया गया। बैठक में मतांतरण और अन्य बिंदुओं पर चर्चा हुई। नई कार्यकारिणी अगली बैठक चार अक्टूबर को होगी।