नईदुनिया प्रतिनिधि, धमतरी। माओवाद अतिसंवेदनशील क्षेत्र के ग्राम फरसियां-चंदनबाहरा सड़क मार्ग में 10 किलो का टिफिन बम मिला है, जिसे डीआरजी के बीडीएस टीम ने सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय किया। पुलिस जवानों ने ऐसा करके माओवादियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।
बस्तर में फोर्स के दबाव के बाद धमतरी जिले के नगरी ब्लाक अंतर्गत माओवादी संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में भी लंबे समय से माओवादियों की चहलकदमी लगभग थम सी गई है। क्षेत्रवासियों के अंदर से माओवादी दहशत भी लगभग खत्म होने के कगार पर है। इस बीच डीआरजी जवानों को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर थाना नगरी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम फरसिया से चंदनबाहरा मार्ग पर नक्सलियों द्वारा आईईडी लगाने की जानकारी मिली थी।
वहीं आसपास के जंगल क्षेत्रों में नक्सलियों की गतिविधियों की भी सूचना प्राप्त हुई। इस पर एएसपी शैलेन्द्र पांडेय के निर्देशन में डीआरजी नगरी एवं बीडीएस टीम की संयुक्त पुलिस बल 11 अक्टूबर को माओवादी विरोधी अभियान, सर्चिंग एवं एरिया डॉमिनेशन के लिए रवाना किया गया था।
इस दौरान सर्चिंग के दौरान चंदनबाहरा आवागमन मार्ग में पुलिस दल को 10 किलो वजन का कमांड-टिपिन आईईडी संदिग्ध अवस्था में प्राप्त हुआ। जिसे डीआरजी टीम की सुरक्षा में एवं बीडीएस टीम की सतर्कता व तकनीकी दक्षता से सुरक्षित रूप से निष्क्रिय कर नष्ट किया गया। इस कार्रवाई से एक बड़ी माओवादी साजिश विफल हुई तथा पुलिस बल द्वारा त्वरित और साहसिक कार्रवाई कर क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा की स्थिति बनाए रखने में सफलता प्राप्त की गई है।
नगरी ब्लाक के माओवाद संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में माओवादी फिर से सक्रिय होने लगा है, जो क्षेत्रवासियों के लिए खतरा है। कहीं क्षेत्र में फिर से माओवादी दहशत न हो, जो पुलिस जवानों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।