धमतरी। सरपंच की कार्यशैली से नाराज पंचायत के सभी पंच गोठान पर निजी मोबाइल टावर लगाने व सार्वजनिक शौचालय को गांव से दूर बनाने के विरोध में कलेक्टोरेट पहुंचे। इस मामले की शिकायत कर कलेक्टर के नाम ज्ञापन और तहसीलदार के पास सरपंच को पद से हटाने अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन दिया।
धमतरी ब्लाक के ग्राम पंचायत झिरिया के पंच अनिल कुमार चंद्राकर, पूर्णिमा ढीमर, किरण सिन्हा, ऋतु यादव, रीना लोन्हारे, श्यामा पटेल, धनेश्वरी साहू, भानुमति साहू, टोमन ध्रुव, ज्ञानचंद पटेल, युवराज ध्रुव आदि 29 जून को कलेक्टोरेट पहुंचे। पंचों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम पंचायत में सरपंच की मनमानी चल रही है। बिना पंचायत प्रस्ताव और पंचों को जानकारी दिए बगैर एक निजी मोबाइल कंपनी का टावर गोठान पर लगा दिया है। गोठान पर तीन मोहल्लों के बेसहारा मवेशी जाते हैं। गोठान पर पहले से जगह कम है। गोठान पर खाली पड़े जगह को गांव के स्व सहायता महिला समूह की महिलाओं की सब्जी बाड़ी के लिए आरक्षित किया गया था, यहां पर मोबाइल कंपनी का निजी टावर लगाने से समूह की महिलाओं की उम्मीद टूट गई और महिलाएं आत्मनिर्भर होने से पीछे रह गई।
आधा किलोमीटर दूर बना सार्वजनिक शौचालय
पंचों ने बताया कि गांव को स्वच्छ व सुंदर बनाए रखने के लिए तथा खुले में शौच रोकने शासन से सार्वजनिक शौचालय निर्माण की स्वीकृति मिली थी। इस सार्वजनिक शौचालय का निर्माण सरपंच ने मनमानी करते ही हुए बिना पंचायत प्रस्ताव व जानकारी दिए बिना गोठान पर ही करवा दिया। निर्मित शौचालय की दूरी गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर है। अधिक दूरी के कारण शौचालय का उपयोग ग्रामीण नहीं कर पाएंगे। क्योंकि सार्वजनिक शौचालय का उपयोग गांव में किसी परिवार के यहां कार्यक्रम में पहुंचे स्वजनों व आपात स्थिति के लिए बनाया गया है, लेकिन गांव से अधिक दूरी पर निर्मित शौचालय का उपयोग अब संभव नहीं है। ऐसे में यह शौचालय औचित्यहीन हो जाएगा। सरपंच पंचों व ग्रामीणों को विश्वास में लिए बगैर किये जा रहे कार्यों से सभी पंचों के साथ ग्रामीण भी नाराज हैं। ऐसे में पंचों ने कलेक्टोरेट के पास तहसीलदार पवन सिंह ठाकुर को अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन सौंप दिया है। तहसीलदार से पंचों ने शिकायत कर सरपंच को तत्काल पद से हटाने की मांग की है।