धमतरी। Dhamtari News: दीपावली पर्व के लिए गौरा- गौरी (शिव-पार्वती) की मूर्तियां तैयार हो रही है। कुम्हारपारा के मूर्तिकार इन दिनों मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। लक्ष्मी पूजन के दूसरे दिन गौरा-गौरी की बारात निकालकर गौरा चौक में मूर्तियां स्थापित की जाती हैं। जहां सभी लोग पहुंचकर भगवान शिव-पार्वती की पूजा कर सुख समृध्दि की कामना करते हैं। गौरा-गौरी पूजा के लिए शहर समेत गांवों में तैयारियां शुरू हो गई है। गांवों सहित शहर के कुछ वार्डों में गौरा जगाने की रस्म शुरू होने के बाद उल्लास का माहौल बनने लगता है।
महिलाएं एकत्रित होकर देव जागरण के लिए पारंपरिक लोकगीत गाती हैं। मूर्तिकार शिवकुंभकार, नोमेश कुंभकार ने बताया कि दीपावली में गौरा-गौरी पूजन के लिए सीमित संख्या में मूर्तियां बनाने का आर्डर मिलता है। शहर में 150 मूर्तियों की बिक्री होती है। इसके अलावा पीपरछेड़ी, तेलीनसत्ती, बलियारा, बिजनापुरी के अलावा जालमपुर वार्ड, रामपुर वार्ड, गोकुल्लपुर वाई, ब्राम्हणपारा, लालबगीचा, हटकेशर वार्ड से आर्डर मिला है। त्यौहार के पहले सभी स्थानों के लिए मूर्तियां तैयार हो जाएंगी।
मूर्तिकार इन मूर्तियों को पूरे दिन पूरी तल्लीनता के साथ मनाने में जुटे हुए हैं। पहले तालाब की मिट्टी को तैयार किया जाता है। इसके बाद मूर्ति का आधार बनाने हैं। आधार पर मिट्टी की तह लगाकर उसे एक आकार दिया जाता है। इसके बाद इसे सुखाया जाता है। सूखने के बाद मूर्तियों के ऊपर सफेद पर्त चढ़ाई जाती है। इसके बाद मूर्तियों की सजावट शुरू होती है। अलग- अलग खूबसूरत रंगों से मूर्तियों को आकार दिया जाता है। इन मूर्तियों को पूरा तैयार करने की प्रक्रिया में एक सप्ताह का समय लग जाता है।