रामाधार यादव, धमतरी। Dhamtari News चंद्रयान लांच होने के दो दिन बाद युवा वैज्ञानिक के रूप में चयनित केन्द्रीय विद्यालय धमतरी के कक्षा 10 वीं के छात्र यश लच्छवानी को इसरो प्रमुख सोमनाथ से भेंट करने और सवाल पूछने का अवसर मिला। इसरो के लिए छत्तीसगढ़ से दो विद्यार्थियों का चयन हुआ था।
यश लच्छवानी ने नईदुनिया के साथ चर्चा में बताया कि इसरो प्रमुख सोमनाथ से उन्होंने पूछा कि सूर्य की जानकारी लेने जा रहा आदित्य एल वन (Aditya L1) इतनी दूर जाएगा और चार महीने की यात्रा करेगा तो उसमें कौन सा ईंधन उपयोग होगा। ईंधन की आपूर्ति कैसे करेंगे। 15 लाख किमी की दूरी किस ईंधन से तय करेगा। तब सोमनाथ ने उत्तर दिया कि आदित्य एल वन 15 लाख किलोमीटर तक नहीं जाएगा, बल्कि इलेक्ट्रिकल आर्बिट तक गोल- गोल घूमते हुए जाएगा। आदित्य एल वन की ऊर्जा का मुख्य स्रोत सूर्य है। सोलर पैनल से प्राप्त ऊर्जा से आदित्य एल वन आगे बढ़ेगा और अपने लक्ष्य तक पहुंचेगा।
उल्लेखनीय है कि इसरो ने स्कूली बच्चों के लिए खास कार्यक्रम युविका का आयोजन किया था। इसमें केन्द्रीय स्कूल धमतरी में अध्ययनरत दो छात्र यश लच्छवानी पुत्र अनिल लच्छवानी और छात्रा लिया एंजल मैथ्यू का युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम के लिए चयन हुआ था। इसरो की ओर से आयोजित आनलाइन क्वीज के प्राप्तांक, पूर्व कक्षा के प्राप्तांक स्कूल, जिला तथा राज्य स्तर पर विज्ञान मेला, ओलंपियाड, खेल प्रतियोगिताओं, स्काउट, गाइड, एनसीसी, एनएसएस में प्रदर्शन के आधार पर इन दोनों बच्चों का चयन हुआ था।
दाेनों बच्चों को 15 से 26 मई तक इसरो के श्री हरिकोटा लाचिंग सेंटर में सैटेलाइट के बारे में जानकारी देकर प्रशिक्षण दिया। इसके बाद 23 अगस्त को जब चन्द्रयान तीन लांच हुआ, उसके दो दिन बाद प्रत्येक राज्य से दो विद्यार्थियों का चयन इसरो हेड क्वार्टर में इसरो के प्रमुख सोमनाथ से मिलने के लिए किया गया था। छत्तीसगढ़ से यश लच्छवानी और रायपुर के एक विद्यार्थी का चयन हुआ था। 13 सितंबर को इसरों ने इन विद्यार्थियों के साथ फोटो शेयर किया।