नईदुनिया न्यूज, राजनांदगांव। सरकारी कॉलेजों में प्रवेश की अंतिम तिथि 15 अगस्त थी। इसके बावजूद जिले के 11 कॉलेजों में यूजी-पीजी की अलग-अलग संकायों की सीटें नहीं भर पाईं। उच्च शिक्षा विभाग के आदेश के बाद दुर्ग विश्वविद्यालय की पोर्टल को फिर से ओपन किया जाएगा, ताकि चूके विद्यार्थी प्रवेश ले सकें। राजनांदगांव जिले में अलग-अलग संकायों में 732 सीटें रिक्त हैं। दिग्विजय कॉलेज में यूजी की सभी सीटें भर गई हैं, लेकिन पीजी में बड़ी संख्या में सीटें खाली हैं। विद्यार्थी पांच सितंबर तक प्रवेश ले सकेंगे।
कॉलेज प्रबंधनों ने एक भी सीट खाली नहीं रहने का दावा किया है। बता दें कि इस बार कॉलेजों में वर्गवार कट ऑफ बीते वर्ष की अपेक्षा पांच से सात प्रतिशत कम है। ऑनलाइन आवेदन करने के दौरान विद्यार्थियों को सभी 10 कॉलेज का चयन करने का विकल्प दिया था। ज्यादातर विद्यार्थियों के नाम लगभग सभी कॉलेजों में आए गए पर विद्यार्थियों ने एक ही कॉलेज में प्रवेश लिया। इस कारण दूसरे कॉलेजों की सीटें खाली रह गईं।
सरकारी कॉलेजों में एक जुलाई से नियमित कक्षाएं शुरू हो गई हैं। शिक्षा विभाग ने कहा है कि प्राचार्य और प्राध्यापकों को सात घंटे कॉलेजों में रहना है। इसमें छह घंटे अध्ययन-अध्यापन कार्य, प्रायोगिक, शोध कार्य, लाइब्रेरी वर्क में देना होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत पढ़ाई होगी। शहर के कॉलेजों में आर्ट, वाणिज्य संकाय में प्रवेश को लेकर काफी अच्छा माहौल है।
अभाविप ने हेमचंद यादव विवि के कुलपति के नाम प्राचार्य को ज्ञापन सौंपकर कालेजों में प्रवेश पोर्टल को फिर से खोलने की मांग की है। अभाविप के मुताबिक शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश पोर्टल पहले ही बंद कर दिया है, जिससे कई योग्य विद्यार्थियों का उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर छिन गया है।
नगर मंत्री अक्षत श्रीवास्तव ने कहा कि इस वर्ष तकनीकी कारणों, जानकारी की कमी और व्यक्तिगत परिस्थितियों के कारण कई छात्र-छात्राएं समय पर पंजीकरण नहीं कर पाए थे। पोर्टल का अचानक बंद होना विद्यार्थियों के भविष्य के लिए संकट उत्पन्न कर रहा है।
पोर्टल पुनः शुरू नहीं किया तो यह विद्यार्थियों के साथ अन्याय होगा। ज्ञापन सौंपने के दौरान नगर सह मंत्री भूपेंद्र पाल, नगर कार्यकारिणी सदस्य प्रवीन, कामेश नायक, जितेश, रमेश सहित अन्य कालेज के विद्यार्थी भी उपस्थित थे।