नईदुनिया प्रतिनिधि, दुर्ग। दुर्ग के डिपरा पारा में प्रेम विवाह का जश्न के दौरान हुए विवाद में एक युवक की जान चली गई। विवाद के बाद चाकू,डंडा व रॉड से वार कर युवती के भाई की हत्या कर दी गई। इस घटना में कुछ और लोगों को भी चोट आई है जो बीच बचाव करने गए थे। मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर उन्हें हिरासत में लिया है।
घटना दुर्ग के डिपरापारा में हुई। डिपरा पारा निवासी निहाल पटेल ने कोतवाली पुलिस में अपराध दर्ज कराया है। दर्ज रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रार्थी की साली पूजा साहू को 16 अक्टूबर को मोहल्ले का तिलक साहू भगाकर ले गया था। लड़की के बालिग होने से दोनों शादी करके आ गए थे। 17 अक्टूबर को शाम 6.30 बजे लडका पक्ष वाले मोहल्ले मे जश्न मना रहा थे कि लड़का तिलक के स्वजन राजा यादव, दद्दू, लब्बु और शनि एवं अन्य लोग युवती के भाई नीरज ठाकुर एवं सूरज ठाकुर से गाली गलौच कर रहे थे, जिसे प्रार्थी ने मना किया।
इस पर आरोपित प्रार्थी की पिटाई कर वहां भाग निकले। कुछ समय बाद सभी आरोपित पीछे रास्ते से झाडू राम देवांगन शासकीय स्कूल मैदान में आए और इस दौरान नीरज पर्दे के पास खड़ा था। प्रार्थी ने नीरज को मना किया कि जिसको जाना था वो चली गई है, बात बढ़ाने से मतलब नहीं है। लेकिन इस दौरान वहां उपस्थित राजा यादव, दद्दू, लब्बु, शनि एवं अन्य लोग नीरज को जाने से मारने की धमकी देते हए चाकू और डंडा से उसके साथ मारपीट करने लगे।
इस दौरान मोहल्ले के रानू, शीतल, रानी, धनेश ठाकुर बीच बचाव करने आये तो आरोपितों ने उनके साथ भी मारपीट कर दी। मारपीट से रानू के बाये हाथ, रानी के पेट व गला के पास एवं कंधे में ,शीतल के हाथ, कमर व कोहनी मे चोट लगा हैं एवं धनेश ठाकुर के बांये हाथ एवं दाहिने भुजा मे चोट लगा हैं। वहीं नीरज पर चाकू,डंडा,रॉड से प्राणघातक हमला किया गया था जिससे उसके बांये पसली एवं सिर में चोट आई थी।
उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल दुर्ग ले गए जहां उपचार के दौरान नीरज की मौत हो गई। मामले में पुलिस ने आरोपित राजा यादव, दद्दु, लब्बु, शनि एवं अन्य लोगों के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में अपराध दर्ज कर लिया है। वहीं युवती के स्वजन इस पूरी घटना से बेहद दुखी और नाराज हैं। उनका कहना है कि जब युवती घर से गई थी तब उन्होंने थाने में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। स्वजनों ने आरोप लगाया कि समय रहते कार्रवाई होती तो यह हादसा टल सकता था।