बुजुर्ग अपाहिज मां-बाप को बेटों ने छोड़ा
ग्राम कनसिंघी के आश्रित ग्राम बोईरडीह निवासी बुजुर्ग भगवंता राम साहू अपाहिज है। उसके 2 पुत्र हैं जो विगत 40 वर्षों से बर्तन का व्यवसाय कर रहे हैं लेकिन दोनों से कोई सहयोग नहीं मिलता।
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Publish Date: Mon, 28 Apr 2014 12:10:03 AM (IST)
Updated Date: Mon, 28 Apr 2014 12:10:03 AM (IST)
छुरा (निप्र)। ग्राम कनसिंघी के आश्रित ग्राम बोईरडीह निवासी बुजुर्ग भगवंता राम साहू अपाहिज है। उसके 2 पुत्र हैं जो विगत 40 वर्षों से बर्तन का व्यवसाय कर रहे हैं लेकिन दोनों से कोई सहयोग नहीं मिलता। अपाहिज होने के कारण भगवंताराम केवल था़ेडा-बहुत ही सहयोग कर पाता है, बाकी सारा काम उनकी पत्नी करती है। भगवंताराम एवं उनकी पत्नी बैलगाड़ी से सामान लेकर बाजार में लाते हैं जबकि बोईरडीह से छुरा लगभग 12 किमी है। इन दोनों की उम्र लगभग 60 से 65 वर्ष हो चुके हैं। जबकि इनके दो लड़के हैं। इनके द्वारा कोई सहयोग नहीं मिलता न ही ये बाजार साथ में आते हैं। वर्तमान में विभिन्ना यतायात के आधुनिक साधन होते हुए भी ये अपनी पुरानी बैलगाड़ी से ही सामान लाने-ले जाने का कार्य करते हैं।