गरियाबंद। जिले के चारों निकाय सहित 20 हजार से अधिक सरकारी कार्यालयों और मकानों में करोड़ों के बिजली बिल का भुगतान लंबित है। बीते दो साल से निकायों और सरकारी दफ्तर के जिम्मेदारी अधिकारियों और कर्मचारियों ने बिजली बिल भुगतान को लेकर ध्यान नहीं दिया। इसके चलते अब विद्युत विभाग ने इनके ही कनेक्शन काटने की शुरुआत कर दी हैं। बुधवार को विभाग ने जिले के चारों निकाय गरियाबंद, छुरा, राजिम और फिंगेश्वर के स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन काट दिए। इसके अलावा गुरुवार को जिला मुख्यालय के शिक्षा विभाग और बीआरसी कार्यालय का कनेक्शन काट दिया।
इधर विद्युत विभाग की कार्यवाही से निकाय सहित जिले के पूरे प्रशासनिक अमला में हड़कंप मच गया है। दो साल से बिजली बिल का भुगतान को नजरअंदाज करने वाले विभाग के अधिकारी कर्मचारी सकते में आ गए है और अब बिल भुगतान का आश्वासन देकर विद्युत विभाग से कनेक्शन न काटने की गुहार लगा रहे हैं। सूत्रों से पता चला है कि जिला कार्यालय का ही 40 लाख का बिजली बिल भुगतान लंबित है। इसके अलावा जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के घरों का भी बिजली बिल भुगतान लंबित है। जानकारी के मुताबिक बीते दो साल में जिले के प्रत्येक निकायों में ही लगभग एक एक करोड़ का भुगतान लंबित हो गया। इसके अलावा कई सरकारी विभाग में भी लाखों का बिल चढ़ गया है। ग्राम पंचायतों में भी तीन से चार लाख के बिजली बिल के भुगतान लंबित है। इसे देखते ही विद्युत विभाग ने आम उपभोक्ताओं के बदले अब सरकारी कार्यालयों और मकानों की बिजली काटने का अभियान शुरू कर दिया है।
बिजली कनेक्शन काटने पर नगरपालिका अध्यक्ष मेमन ने दी आंदोलन की चेतावनी
इधर विद्युत विभाग द्वारा निकायों के बिजली कनेक्शन काटने से निकायों के जनप्रतिनिधियों ने राज्य शासन को खड़ी खोटी सुनाते हुए एक दिन के भीतर कनेक्शन नहीं जोड़ने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन ने नगर पालिका अधिकारी को पत्र लिखकर शीघ्र ही बिजली बिल का भुगतान कर स्ट्रीट लाइट चालू कराने की मांग की है। पालिका अध्यक्ष ने कहा कि राज्य शासन द्वारा समय पर निकायों के बिजली बिल का भुगतान नहीं करने के चलते बुधवार रात जिला मुख्यालय के नगर पालिका सहित जिले के तीन नगर निकायों के बिजली कनेक्शन विद्युत विभाग द्वारा काट दी गई, इसके कारण विभिन्ना चौक चौराहों और गलियों में की स्ट्रीट लाइट बंद होने से रात भर अंधेरा छाया रहा और नगर वासियों व आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अंधेरे के कारण 4 लोग दुर्घटना के शिकार भी हो गए हैं। इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य शासन और प्रशासन की है। उन्होंने कहा कि एक दिन के भीतर निकायों के कनेक्शन नहीं जोड़े गए तो मेरे व नगरपालिका के अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा जनहित में धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा।