जगदलपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। दक्षिण बस्तर की सीमा से सटे ओड़िशा के मलकानगिरी से तेलंगाना के भ्रदाचलम तक नई रेललाइन बिछाई जाएगी। रेललाइन की लंबाई 173.41 किलोमीटर होगी। इस परियोजना की अनुमानित लागत राशि 2800 करोड़ आंकी गई है। परियोजना के लिए सर्वेक्षण का काम तेजी से जारी है। इसी साल जून तक सर्वे का काम पूरा हो जाएगा।
आकांक्षी जिले मलकानगिरी में केंद्रीय योजनाओं के कामकाज की प्रगति की समीक्षा के लिए शुक्रवार को पहुंचे केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल अधिकारियों की जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक लेकर मलकानगिरी-भद्राचलम रेललाइन परियोजना के सर्वे कार्य की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने रेल अधिकारियों को मलकानगिरी कलेक्टर के साथ मिलकर परियोजना पर काम तेज करने का निर्देश दिया। बैठक में वहां के स्थानीय जनप्रतिनिधि, ईस्ट कोस्ट रेल जोन भुवनेश्वर के अतिरिक्त महाप्रबंधक व जोन स्तर के सभी 14 विभागों के प्रमुख व वाल्टेयर रेलमंडल के प्रबंधक अनूप सतपथी भी मौजूद थे।
रेलमंत्री वैष्णव गुरुवार रात साढ़े ग्यारह बजे स्पेशल ट्रेन से कोरापुट पहुंच गए थे और दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह दस बजे मलकानगिरी पहुंचे। रेललाइन परियोजना की समीक्षा बैठक में रेलमंत्री ने कहा कि तय समयसीमा में परियोजना को पूरा करना है तो इसके लिए अधिकारियों को मन लगाकर काम करना होगा। क्षेत्र के विकास में रेललाइन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। समय पर काम नहीं होने से पैसा भी ज्यादा खर्च होता है और परियोजना का लाभ भी समय से नहीं मिल पाता है।
छह माह पहले मिली थी मंजूरी
मलकानगिरी दक्षिण बस्तर के सुकमा जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर है। मलकानगिरी-भद्राचलम रेललाइन परियोजना को पिछले साल नौ सितंबर 2021 को रेलवे बोर्ड की मंजूरी मिली थी। मंजूरी मिलते ही सर्वेक्षण का काम शुरू कर दिया गया था। वाल्टेयर रेलमंडल में प्रस्तावित इस नई रेललाइन में 48 वृहद और 165 छोटे पुल-पुलियों का निर्माण किया जाएगा। मार्ग पर ओड़िशा राज्य में मलकानगिरी, बडाली, कोवासीगुड़ा, लूनिमागुड़ा और तेलंगाना राज्य में कन्नाापुरम, कुटुगुट्टा, पालू, नंदीगामा, पंडूरंगापुरम व भद्राचलम स्टेशन होंगे। अधिकारियों ने सर्वे की प्रगति से अवगत कराते हुए रेलमंत्री को जून 2022 तक सर्वे पूरा करने का भरोसा दिलाया।
रायगड़ा से भद्राचलम मेन लाइन से जुड़ जाएगा
कोरापुट-रायगढ़ा रेललाइन के रायगढ़ा से जूनागढ़, भवानीपटना तक रेललाइन का निर्माण पूरा हो चुका है। यहां से नवरंगपुर होकर बस्तर संभागीय मुख्यालय जगदलपुर से 70 किलोमीटर दूर किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन स्थित जैपुर स्टेशन तक पहले से रेललाइन स्वीकृत है। पटरी बिछाने का काम भी चल रहा है। जैपुर से मलकानगिरी तक रेललाइन को आठ साल पहले ही बजट में शामिल केंद्र सरकार मंजूरी दे चुकी है। इसका विस्तार करते हुए मलकानगिरी से भद्राचलम के जुड़ जाने से रायगढ़ से भद्राचलम दोनों मेन लाइन पर स्थित स्टेशन सीधी रेललाइन से संपर्क में आ जाएंगे। बताया गया कि यह रेललाइन सुकमा जिले की सीमा से 15 से 40 किलोमीटर की दूरी से होकर गुजरेगी। भद्राचलम की दूरी सुकमा जिले के अंतिम छोर पर स्थित कोंटा से 65 किलोमीटर है।