जगदलपुर। किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन के किरंदुल रेलखंड में गीदम-डाकपाल स्टेशन के बीच जल्दी ही नई रेललाइन पर भी ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। शनिवार को कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) साउथ इस्टर्न जोन कोलकाता एस मित्रा के नेतृत्व में प्रबंधक वाल्टेयर रेलमंडल (डीआरएम) चेतन कुमार श्रीवास्तव और इस्ट कोस्ट रेल जोन भुवनेश्वर और वाल्टेयर से पहुंचे 50 से अधिक उच्चाधिकारियों की टीम ने नई लाइन का सघन निरीक्षण किया।
सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक निरीक्षण का काम चला। सबसे पहले अधिकारियों ने पैदल और फिर ट्राली में बैठकर निरीक्षण किया और इसके बाद अंतिम चरण में स्पेशल ट्रेन दौड़ाई गई। निरीक्षण के बाद देर शाम अधिकारियों की टीम वापस भुवनेश्वर और वाल्टेयर के लिए रवाना हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार निरीक्षण में सब कुछ सही पाया गया है और जल्द ही यानी अगले सप्ताह तक नई रेललाइन ट्रेनों के आवागमन के लिए खोल दी जाएगी। विदित हो कि किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन दोहरीकरण परियोजना पर काम चल रहा है। इसके अंतर्गत अब तक ओड़िशा के जैपुर से दंतेवाड़ा के किरंदुल तक 220 किलोमीटर के हिस्से में से बस्तर जिले के काकलूर तक करीब 125 किलोमीटर लाइन का दोहरीकरण कार्य पूरा हो चुका है।
इसके आगे एक स्टेशन काकलूर-कावड़गांव को छोड़कर गीदम और डाकपाल के बीच 11 किलोमीटर की लाइन भी दोहरीकृत की जा चुकी है। सीआरएस एस मित्रा व रेलवे के जोन एवं मंडल स्तर के उच्चाधिकारी इन्हीं स्टेशनों के बीच नई रेललाइन की जांच के लिए पहुंचे थे। दंतेवाड़ा जिले में अब केेवल गीदम से किरंदुल के बीच करीब 55 किलोमीटर लाइन का दोहरीकरण कार्य ही बच गया है।
पहले धीमी, फिर तेज रफ्तार से दौड़ी ट्रेन
निरीक्षण के अंतिम चरण में गीदम-डाकपाल के बीच कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी की स्पेशल ट्रेन ने दो से तीन फेरे लगाए। शुरूआत में ट्रेन ने गीदम से डाकपाल के बीच धीमी गति से दूरी तय की। इसके बाद अगले फेरे में गति बढ़ाते हुए 60 से 70 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेन दौड़ाई गई। किरंदुल रेल सेक्शन में मार्च 2023 तक रेललाइन दोहरीकरण के बचे हुए काम को पूरा करने का लक्ष्य है।