जगदलपुर। एक दिन पहले शहर के चार दुकानों में ताला तोड़कर करीब ढाई लाख की चोरी का मामला सामने आया था। इस ममाले में बस्तर पुलिस ने स्काटलैंड यार्ड की तर्ज पर चौबीस घंटे के भीतर घटना को अंजाम देकर यूपी भाग रहे चार आरोपितों मोहम्मद राशिद, मो सलमान तथा जॉन मोहम्मद सभी निवासी शाहजामाल थाना किठौर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश तथा सुखदेव सिंह निवासी ग्राम आलाखेडा थाना हसनपुर जिला अमरोहा उत्तर प्रदेश को धमतरी से दबोच लिया है। उनके कब्जे से चोरी का मोबाइल समेत नगदी बरामद किया गया है। मामले में एक बार फिर पुलिस को सिटी सर्विलांस सिस्टम का लाभ मिला है। पुलिस ने नगर में पहली बार कोतवाली से कोर्ट तक इन आरोपितों की सड़क में परेड करवाई है।
घटना की जानकारी देते हुए एडिशनल एसपी निवेदिता पाल ने बताया कि 15 मई की दरमियानी रात ठाकुर रोड सदर वार्ड संजय मार्केट, एसएस रेडर्स एवं सुपर मार्केट से अज्ञात चोरों के द्वारा दुकानों के शटर व ताला तोड़कर गल्ले से नगदी रकम 12 जार रुपये, नगदी रकम 26 हजार रुपये समेत मोबाइल दुकान से सैमसंग मोबाइल पार कर दिए थे। मामले में कोतवाली व बोधघाट पुलिस मामला दर्ज करते ही हरकत में आई। एसएसपी जितेंद्र सिंह मीणा ने दोनों थानों से टीआई अमित शर्मा व दिलबाग सिंह के अगुआई में विशेष टीम बनाकर आरोपितों को पकड़ने रवाना किया। धमतरी साइबर सेल की मदद से चारों आरोपित धरे गए। मंगलवार सुबह पुलिस उन्हें लेकर वापस लौटी। शहर में लगातार उठाईगिरी व चोरी के चार वारदात होने के बाद शहर में पहली बार पुलिस चोरों को थाने से कोर्ट तक वाहन में ले जाने की बजाय सड़क पर परेड करवाते हुए ले गई।
ऐसे मिली सफलता
घटनास्थल निरीक्षण एवं अनुसंधान के दौरान सिटी सर्विलांस सिस्टम अन्तर्गत घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे से प्राप्त फुटेज एवं घटनास्थल पर मिले साक्ष्य, टूटे शटर के ताले टूटा हुआ दराज, लॉकर, दस्तावेजी एवं तकनीकी साक्ष्यों को संकलित कर विश्लेषण किया गया। घटनास्थल पर परिस्थतिजन्य साक्ष्य के आधार पर पाया गया कि आरोपित घटना के बाद आटो लेकर बस स्टेंड पहुंचे। फिर यहां से धमतरी के लिए निकले। पुलिस ने टीम ने धमतरी पहुंच चारों आरोपित को दबोच लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे पेशेवर चोर गिरोह के सदस्य हैं। चोरी से पहले शहर में उन्होंने रेकी की थी और सेंट्रल लाक नहीं होने वाले दुकानों को चिह्नांकित किया था। इस बार चोरी में कम रकम हाथ लगने से वे धमतरी में रुककर दुबारा वारदात को अंजाम देने के फिराक में थे। कार्रवाई में बोधघाट व कोतवाली थाने के स्टाफ की अहम भूमिका रही।
Posted By: Vinita Sinha