जगदलपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कोरोना से बचाव के लिए टीका को लेकर मची मारामारी से केंद्र सरकार की संस्थाएं परेशान हैं। एनएमडीसी और रेलवे ने यहां बस्तर में कार्यरत अपने कर्मचारियों-अधिकारियों को टीका लगाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार से गुहार लगाई है। एनएमडीसी ने टीका बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक हैदराबाद से भी टीका उपलब्ध कराने संपर्क साधा था। तेलंगाना सरकार से भी टीका की मांग की गई थी लेकिन जब कहीं टीका नहीं मिला तो अब कंपनी ने छत्तीसगढ़ सरकार से यहां बस्तर में नगरनार स्टील प्लांट और दंतेवाड़ा के बचेली-किरंदुल स्थित अपनी औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों और श्रमिकों के टीकाकरण का अनुरोध किया है। इसके लिए कंपनी के स्थानीय प्रबंधन ने बस्तर और दंतेवाड़ा कलेक्टर को पत्र भेजकर टीकाकरण की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। बुधवार को वाल्टेयर रेलमंडल के प्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव ने भी बस्तर और दंतेवाड़ा कलेक्टर को पत्र लिखकर किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन में बस्तर और दंतेवाड़ा जिला अंतर्गत कार्यरत रेल कर्मचारियों को टीका लगाने के लिए गुहार लगाई है। उल्लेखनीय है कि यहां बस्तर और दंतेवाड़ा में एनएमडीसी की औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत बस्तर और छत्तीसगढ़ के मूल निवासी कर्मचारियों को टीकाकरण में कोई दिक्कत नहीं आई है। टीका के लिए सबसे अधिक मारामारी 18 से 44 साल आयु वर्ग के लोगों के बीच है। इन औद्योगिक इकाइयों में बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों के लोग और श्रमिक काम करते हैं जिनमें अधिकांश टीका लगाने के लिए भटक रहे हैं। यही स्थिति रेलवे के साथ है।
स्टील प्लांट को पांच हजार डोज की जरूरत
नगरनार स्टील प्लांट प्रबंधन की ओर से अपने कर्मचारियों, अधिकारियों, श्रमिकों और उनके स्वजनों के लिए टीका की पांच हजार डोज की मांग की गई है। मिली जानकारी के अनुसार एनएमडीसी मुख्यालय ने नगरनार स्टील प्लांट तथा बचेली, किरंदुल इकाई के लिए टीका की आवश्यकता को लेकर जानकारी मांगी थी, जिसके बाद स्टील प्लांट प्रबंधन ने डिमांड से कंपनी मुख्यालय हैदराबाद को अवगत कराया था। बताया जाता है कि कंपनी द्वारा हैदराबाद स्थित टीका बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक से संपर्क किया गया लेकिन भारत बायोटेक ने टीका की आपूर्ति केंद्र एवं राज्य सरकारों को करने का हवाला देकर सरकारी या गैर सरकारी संस्था को सीधे टीका की आपूर्ति का प्रावधान न होने की बात कही है। अधिकारियों के अनुसार इसके बाद तेलंगाना सरकार से भी संपर्क किया गया लेकिन वहां से भी यह कहकर मना कर दिया गया कि कंपनी की औद्योगिक इकाइयां जिस राज्य में हैं वहां की राज्य सरकारों से चर्चा करें। तेलंगाना सरकार से दो टूक जवाब मिलने के बाद कंपनी ने अब छत्तीसगढ़ सरकार और बस्तर जिला कलेक्टर से टीकाकरण की व्यवस्था करने की मांग करते हुए संपर्क साधा है। एनएमडीसी की जैसी ही स्थिति रेलवे की है।
क्या कहना है एनएमडीसी और रेलवे के अधिकारियों का
एनएमडीसी और रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि बस्तर और दंतेवाड़ा में कार्यरत कर्मचारियों-अधिकारियों के टीकाकरण के लिए छत्तीसगढ़ सरकार से संपर्क साधा गया है। इधर नगरनार स्टील प्लांट के अधिशासी निदेशक प्रशांत दास से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि टीकाकरण के लिए डिमांड से कंपनी मुख्यालय हैदराबाद को अवगत कराया गया है। जिला कलेक्टर को भी स्टील प्लांट के अधिकारियों-कर्मचारियों और श्रमिकों जिन्हें टीका नहीं लग पा रहा है, उनके लिए टीकाकरण की व्यवस्था करने का अनुरोध किया गया है। वाल्टेयर रेलमंडल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी जयराम बिरलंगी से चर्चा करने पर उन्होंने नईदुनिया को बताया कि रेलमंडल प्रबंधन की ओर से बस्तर और दंतेवाड़ा कलेक्टर को पत्र भेजकर रेल कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए आग्रह किया गया है।