जगदलपुर। किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन (केके) के दंतेवाड़ा जिला अंतर्गत किरंदुल रेलखंड में 26 नवंबर की रात नक्सलियों द्वारा पटरी उखाड़ने से हुई मालगाड़ी दुर्घटना के बाद इस क्षेत्र में रेल यात्री सुरक्षा को लेकर रेलवे ने सतर्कता बढ़ा दी है।
रेल दुर्घटना के 43 घंटे बाद रेललाइन बहाल करके रविवार शाम से इस रेलखंड में मालगाड़ियों का आवागमन भी शुरू कर दिया गया है लेकिन किरंदुल-विशाखापट्नम पैसेंजर (18551/18552) और नाइट एक्सप्रेस दोनों को 15 दिसंबर तक नक्सल प्रभावित किरंदुल सेक्शन से दूर रखने का निर्णय लिया गया है।
रविवार रात वाल्टेयर रेलमंडल मुख्यालय से जारी आदेश में नक्सलियों द्वारा 24 से 30 नवंबर तक शहीदी सप्ताह मनाने का जिक्र करते हुए पहले दोनों यात्री ट्रेनों को तीस नवंबर तक किरंदुल नहीं भेजने की बात कही गई थी। इस आदेश के 24 घंटे बाद सोमवार रात को जारी एक अन्य आदेश में इस अवधि को बढ़ाकर अब 15 दिसंबर तक कर दिया गया। सप्ताह में दो दिन किरंदुल से विशाखापट्नम के बीच चलने वाली नाइट एक्सप्रेस को भी इस अवधि में किरंदुल की बजाय जगदलपुर से विशाखापटनम के बीच संचालित करने कहा गया है।
ज्ञात हो कि 26 नवंबर को भांसी-कमलूर स्टेशनों के बीच नक्सलियों ने पटरी उखाड़ दी थी जिसकी चपेट में आकर किरंदुल से लौह अयस्क भरकर किरंदुल से विशाखापटनम जा रही मालगाड़ी के तीन इंजिन और 19 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इनमें कुछ डिब्बे एक दूसरे से टकराकर पलट गए थे।
इस दुर्घटना के कारण जगदलपुर-किरंदुल (150 किलोमीटर) के बीच 43 घंटे तक रेल आवागमन पूरी तरह से बाधित रहा था।
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राउरकेला, हीराखंड कोरापुट से चलेंगी
विशाखापट्नम-किरंदुल यात्री ट्रेन का संचालन जहां 15 दिसंबर तक किरंदुल की बजाय जगदलपुर से करने का निर्णय लिया गया है वहीं भुवनेश्वर-जगदलपुर हीराखंड एक्सप्रेस और जगदलपुर-राउरकेला एक्सप्रेस का संचालन 30 नवंबर से तीन दिसंबर तक पड़ोसी राज्य ओडिशा के कोरापुट से किया जाएगा।
ये दोनों यात्री ट्रेनें चार दिनों तक जगदलपुर न आकर कोरापुट से लौटेंगी। यह निर्णय केके रेललाइन के जैपुर-क्षत्रीपुट स्टेशन के बीच बिछाई गई नई रेललाइन में नान इंटरलाकिंग कार्य के लिए लिया गया है।