जगदलपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन के किरंदुल रेल सेक्शन में रेलपटरी के रखरखाव से जुड़े कार्य के लिए लिए गए ब्लाक के बीच विशाखापट्नम-किरंदुल स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन को सिग्नल देना डिलमिली के स्टेशन मास्टर को मंहगा पड़ गया है। सीनियर डिवीजनल आपरेशन मैनेजर ने स्टेशन मास्टर को गलती के लिए निलंबित करके जांच के आदेश दिए हैं। घटना पांच दिन पुरानी है जो अब जाकर उजागर हुई है। किरंदुल और जगदलपुर सेक्शन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इस मामले पर बोलने को तैयार नहीं है लेकिन अधिकारियों ने घटना की पुष्टि की है। सभी अधिकारी कर्मचारी कड़ी कार्रवाई से सतर्क हो गए हैं। घटना के संबंध में रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 29 जुलाई को जगदलपुर से 42 किलोमीटर दूर किरंदुल की ओर सिलकझोड़ी और कुम्हासोडरा स्टेशन के बीच रेललाइन के रखरखाव (मेंटेनेंस वर्क) संबंधी कार्य के लिए शाम चार से पांच बजे के बीच एक घंटे का ब्लाक लिया गया था। इसके तहत सतर्कता की दृष्टि से ब्लाक हटाए जाने तक सिलकझोड़ी से एक स्टेशन पहले डिलमिली स्टेशन में ट्रेनों को रोकने के निर्देश दिए गए थे। पांच बजने से कुछ मिनट पहले विशाखापट्नम-किरंदुल स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन डिलमिली स्टेशन पहुंची थी। इस स्टेशन में ट्रेन का स्टापेज दो मिनट का है। यहां ड्यूटी में तैनात स्टेशन मास्टर एसआर पटनायक ने ब्लाक हटने से पहले की किरंदुल एक्सप्रेस को आगे रवाना होने के लिए सिग्नल दे दिया। ट्रेन के ड्रायवर और गार्ड को पहले से बताया जा चुका था कि आगे सिलकझोड़ी-कुम्हारसोडरा स्टेशन के बीच रेलपटरी के रखरखाव का काम चल रहा है और इसके लिए ब्लाक लिया गया है। ड्रायवर ने सिग्नल मिलने के बाद भी ट्रेन को आगे न ले जाकर सिग्नल प्वाइंट के पास खड़ी करके स्टेशन मास्टर को सूचना दी। स्टेशन मास्टर को अपनी भूल का आभास होने पर तुरंत ही सिग्नल बदल दिया गया लेकिन तब तक इस घटना को लेकर हड़कंप मच चुका था। वाल्टेयर रेलमंडल के कोचिंग कंट्रोल सेंटर को जानकारी मिलने के बाद घटना से सीनियर डिवीजनल आपरेशन मैनेजर को अवगत कराया गया। उन्होंने तत्काल स्टेशन मास्टर को निलंबित कर दिया गया।
डिलमिली से ट्रेन छूटती को काकलूर में रूकती
विदित हो कि डलमिली के बाद किरंदुल एक्सप्रेस ट्रेन का अगला ठहराव काकलूर स्टेशन में है। सिलकझोड़ी और कुम्हासोडरा दोनों स्टेशन काकलूर के पहले हैं। रेल सूत्रों केे अनुसार जिस समय ट्रेन को डिलमिली स्टेशन से सिग्नल दिया गया था उस समय रेललाइन का मेंटेनेंस वर्क चल रहा था। ज्ञात हो कि ऐसे ही एक मामले में 24 जून 2019 को इसी रेलमंडल के अंतर्गत कोरापुट-रायगढ़ा रेललाइन पर केऊटीगुड़ा और सिंगपुर रोड स्टेशनों के बीच ओव्हर हेड इलेक्ट्रिक लाइन के मेंटेनेंस के लिए ब्लाक लिया गया था। ब्लाक होने के बाद भी हावड़ा से जगदलपुर आ रही समलेश्वरी एक्सप्रेस को लाइन क्लीयर होने का सिग्नल दे दिए जाने से यह गाड़ी रास्ते में ओएचई कार से टकरा गई थी। इस भीषण हासदे में तीन रेल कर्मचारियों की मौके पर ही मौत हो गई थी। समलेश्वरी एक्सप्रेस के इंजिन में आग लग गई थी। डिलमिली की घटना में स्टेशन मास्टर की मानवीय भूल से उत्पन्ना विषम स्थिति के दौरान ट्रेन ड्राइवर की सूझबूझ से कोई हादसा नहीं हुआ।