जांजगीर - चांपा । जांजगीर और नैला के व्यापारियों द्वारा दीपावली में बिक्री करने के लिए घरों और दुकानों में बड़ी मात्रा में अवैध रूप से पटाखे भंडारण कर रखा गया है। मगर पुलिस की कार्रवाई केवल छोटे व्यापारियों तक ही सीमित है। जबकि बड़े व्यापारियों के दुकानों और गोदामों तक पुलिस नहीं पहुंच पा रही है और वे विस्फोटक अधिनियम के सारे नियम और कायदों को ताक में रखकर थोक में पटाखे की बिक्री कर रहे हैं। पुलिस ने नैला के तीन व्यापारियों के पास से 46 हजार 250 रुपये के अवैध पटाखे जब्त कर विस्फोटक अधिनियम के तहत कार्रवाई की है।
पुलिस को सूचना मिली कि चौकी नैला क्षेत्र में अवैध रूप से दुकानों में पटाखे भंडारण कर बिक्री की जा रही है। सूचना पर चौकी प्रभारी सत्यम चौहान ने महिला प्रधान आरक्षक राजकुमारी खूंटे, आरक्षक राजेश कश्यप, शैलेंद्र राठौर, संतोष प्रधान, जितेश राजपूत के साथ नैला के दीपक अग्रवाल उर्फ डब्बू के दुकान में दबिश देकर 12 हजार 200 रूपये के विभिन्न प्रकार के पटाखे जब्त किए। इसी प्रकार नंदकिशोर अग्रवाल के कब्जे से 17 हजार 400 रूपये और इंदर लाल संतवानी के कब्जे से 16 हजार 650 रूपये के विभिन्न प्रकार के पटाखे जब्त किए । आरोपितों के विरूद्ध चौकी नैला में अलग - अलग अपराध पंजीबद्ध किया और धारा 9 (ख) विस्फोटक अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।
बड़ी कार्रवाई की आवश्यकता
जिला मुख्यालय जांजगीर , नैला शहर बारूद के ढेर पर है। घनी आबादी में धड़ल्ले से पटाखे का कारोबार चल रहा है। जबकि इनको शहर के बाहर का लाइसेंस दिया जाता है। जांजगीर नैला में स्टेशन रोड नैला, आनंद होटल के पास, कचहरी चौक सहित अन्य स्थानों के दुकानों में पटाखों का भंडारण किया गया है। अधिकांश बड़े व्यापारियों के पटाखे शहर के भीतर ही रखे हैं। फुटकर अस्थायी व्यवसायियों ने भी अपनी सुविधानुसार खाली मकानों या अपने ही घरों के कमरों में पटाखों का स्टाक कर रखा है, जहां सुरक्षा का कोई ठोस इंतजाम नहीं हैं। ऐसे में बड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है।
किराना , जनरल स्टोर्स में बिक रहे पटाखे
बारूद एवं पटाखा भंडारण व विक्रय के लिए कड़े नियम कानून होने के बावजूद शहर समेत अनेक स्थानों में बिना लाइसेंस के अवैध पटाखे बिक रहे हैं। कई ऐसे व्यापारी हैं, जिन्होंने शहर के भीतर घनी आबादी के बीच स्थित मकानों और गोदामों में पटाखों का भंडारण किया है। पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई में यह बात सामने भी आ रही है। पुलिस व प्रशासन द्वारा अभी तक जो कार्रवाई की गई है उसमें ज्यादातार व्यापारी किराना दुकान , जनरल स्टोर्स और इलेक्ट्रानिक सामानों के विक्रेता हैं।