जांजगीर-चांपा। (नईदुनिया न्यूज) । वर्ष 2016 में रिलीज हुई फिल्म दुष्यम की तर्ज पर पिता ने अपनी नाबालिग बेटी के मोबाइल से मैसेज करके उसके आशिक को अकेले में मिलने के लिए बुलाया और उसे समझाने का प्रयास किया, मगर उसकी बात नहीं मानने पर आक्रोशित होकर पिता ने गमछे से युवक को मुंह व गला दबाकर हत्या कर दी । हत्या करने के बाद शव के हाथ व पैर को तार से बांधकर गांव से लगभग 15 किलोमीटर दूर राखड़ डेम के गड्ढे में दफन कर दिया। हत्या के 39 दिनों के बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्ताकर कर जेल भेज दिया।
सोमवार को एसपी कार्यालय में एसपी पारूल माथुर ने प्रेसवार्ता कर अड़भार निवासी ठाकेंद्र देवांगन की गुमदशी व हत्या के मामले का पर्दापᆬाश किया। उनहोंने बताया कि अड़भार निवासी ठाकेंद्र देवांगन (20) पिता शिव दयाल देवांगन 29 अप्रैल की रात खाना खाने के बाद घर से घुमने जाने की बात कहकर निकला था, मगर माह भर से अधिक बीत जाने के बाद भी उसका कोई सुराग नहीं लग रहा था। एसपी पारूल माथुर ने इस मामले की जांच व युवक की पतासाजी के लिए 5 जून को एएसपी संजय महादेवा के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया। साथ ही युवक की जानकारी देने वाले को 5 हजार रूपए इनाम देने की घोषणा भी की गई थी। पुलिस ने संदेही एल्डरमेन राजेन्द्र कुमार देवांगन के पुत्र मेघराज ऊपर्ᆬ अजय देवांगन को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी 13 वर्षीय बेटी को ठाकेंद्र आए दिन परेशान करता था। साथ ही वह उसकी बेटी से एकतरफा प्यार करता था। इसकी जानकारी मिलने पर उसने 29 अप्रैल को अपनी बेटी के मोबाइल से उसे मैसेज कर देर रात मिलने के बुलाया। वह सामुदायिक भवन के पास ठाकेंद्र के आने का इंतजार करने लगा। उसके आने पर आरोपित अजय देवांगन उसे समझाने लगा, मगर वह नहीं माना। इससे आक्रोशित होकर उसने अपने पास में रखे गमछे से उसका गला घोटकर हत्या कर दी । शव के हाथ पैर को तार से बांधकर अपने दोस्त की कार क्रमांक सीजी 14 एमडी 1329 को ले आया। ठाकेंद्र के शव को डिक्की में रखा और घर पर सो रहे अपने भाई को साइड में जेसीबी खराब होने व उसकी मरम्मत के लिए साइड जाने की बात कहकर अपने साथ ले गया। यहां पहुंचने पर उसका भाई जेसीबी की मरम्मत करने लगा। ऐसे में अजय दूसरी साइड जाने की बात कहकर कार लेकर पहुंचा। उसने अपने जेसीबी के चालक को पानी लेने भेजा और रात के अंधेरे में शव को यार्ड के गड्ढे में फेंक दिया। कुछ देर बाद जेसीबी चालक पानी लेकर पहुंचा। उसके आने के बाद उसने चालक को पास रखे फ्लाइएस के ढेर को गड्ढे में डालने की बात कही। मालिक के कहने पर जेसीबी आपरेटर ने पास में डंप फ्लाइएस को ग़ड्ढे में पाट दिया, जिसके चलते आपरेटर को वारदात के संबंध में जानकारी मिली। कुुछ देर बाद वह कार लेकर अपने भाई को लेते हुए घर लौट गया। आरोपित की निशानदेही पर पुलिस ने रविवार को युवक के शव को यार्ड के गड्ढे से बाहर निकलवाया और आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
टीम गठित होने के 24 घंटे के भीतर खुलासा
स्वजनों सहित नगरवासियों द्वारा युवक की गुमशुदी को संदेहास्पद मानकर उसकी हत्या की आशंका जाहिर की जा रही थी, बावजूद इसके अड़भार चौकी पुलिस द्वारा मामले में गंभीर नहीं दिखी। 39 दिनों से लगातार स्वजन पुलिस से आसपास के जनप्रतिनिधियों से अपने बेटे की पतासाजी की गुहार लगाते रहे, मगर उसकी कहीं कोई जानकारी नहीं मिली। हालांकि लगातार जनआंदोलन के बाद एसपी पारूल माथुर ने युवक की पतासाजी के लिए एएसपी संजय महादेवा के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर जांच का आदेश दिया। टीम गठित होने के 24 घंटे के भीतर आरोपित पुलिस की गिरफ्त में आ गया, यह पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है। कहीं पुलिस अपनी उपलब्धि बताने के लिए अब तक मामले का पर्दापᆬाश नहीं कर रही थी।
स्वजनों द्वारा पहले से ही जताई जा रही हत्या की आशंका
नगर पंचायत अड़भार के युवक ठाकेंद्र कुमार देवांगन 29 अप्रैल की रात खाना खाने के बाद घर से घुमने जाने की बात कहकर निकला था, मगर माहभर से अधिक बीत जाने के बाद भी उसका कोई सुराग नहीं लग रहा था। पुलिस भी इस मामले में गंभीर नहीं थी जबकि स्वजन शुरू से ही किसी अनहोनी की आशंका जता रहे थे, क्योंकि युवक लोवर और टीशर्ट पहनकर घर से निकला था। एटीएम कार्ड और पैसे भी नहीं ले गया था। यहां लगातार स्वजन बेटे की तलाश में पुलिस सहित जनप्रतिनिधियों के चक्कर काट रहे थे, बावजूद इसके पुलिस मौन रही।
अन्य आरोपितों को बचाने का आरोप
मृतक के स्वजनों के अनुसार आरोपित का पिता की राजनीति में उᆬंची पहुंच हैं, जिसके चलते पुलिस अन्य आरोपितों को बचाने का प्रयास कर रही है। उनका आरोप है कि कोई अकेला व्यक्ति किसी दूसरे की हत्या कर उसे साक्ष्य छिपाने के लिए शव को कार की डिक्की में रखकर नगर से बाहर लगभग 20 किलोमीटर दूर किसी की जानकारी के बिना कैसे ले जा सकता है, जो संदेहास्पद प्रतीत हो रहा है। उनका आरोप है कि पुलिस मामले में कुछ आरोपितों को बचाने का प्रयास कर रही है। वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद घबराए एक व्यक्ति द्वारा आसानी से कुछ घंटों में योजना बनाकर साक्ष्य को छिपा दिया जाना भी समझ से परे है।
15 फीट राखड़ में दबा मिला शव
पुलिस ने संदेही नगर में एल्डरमेन राजेन्द्र कुमार देवांगन के बेटे मेघराज ऊपर्ᆬ अजय देवांगन को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर प्लांट के मजदूर यार्ड के पास पहुंचे और आरोपित के बताए अनुसार जगह पर कार्यपालिक दण्डाधिकारी की उपस्थिति में जेसीबी से गड्ढा खोदकर शव को बाहर निकाला गया। शव को बाहर निकालने के पीएम कराया गया।
युवक ने कुछ दिन पूर्व नाबालिग को दिया था नया मोबाइल
पुलिस के अनुसार मृतक ठाकेंद्र देवांगन वारदात के कुछ दिन पूर्व ही उसकी नाबालिग को बेटी को एक नया मोबाइल दिया था। अपनी बेटी के हाथ में नया मोबाइल देखकर आरोपित को शंका हुई और मोबाइल के संबंध में पूछताछ की। पूछताछ में उसकी बेटी ने इस संबंध में अपने पिता को सारी जानकारी बताई। अजय ने अपनी बेटी के मोबाइल पर ठाकेंद्र के मोबाइल पर एसएमएस भेजकर बुलाया और समझाने का प्रयास किया, मगर वह नहीं माना। इससे आक्रोशित होकर अजय ने ठाकेंद्र की हत्या कर दी और साक्ष्य छिपाने का प्रयास किया।