बम्हनीडीह (नईदुनिया न्यूज)। हसदेव नदी से अवैध रेत खनन प्रतिबंध के बाद भी नहीं रूक रहा है। नदी से लगे आधा दर्जन गांवों में अवैध उत्खनन जारी है,जबकि शासन ने 15 जून से रेत के वैध उत्खनन पर भी रोक लगा दी है।
बम्हनीडीह ब्लाक के ग्राम पंचायत सोंठी, पिपरदा, पुछेली, खपरीडीह, बम्हनीडीह, बरगड़ी, गोविंदा, करनौद, चोरहादेवरी, गतवा, सिलाडीह में अवैध रेत उत्खनन जारी है। रोज ट्रैक्टरों से रेत निकाला जा रहा है। इससे शासन को लाखों रूपए का नुकसान हो रहा है। मगर इसकी परवाह खनिज विभाग के अधिकारियों को नहीं है। अवैध उत्खनन से हसदेव नदी का स्वरूप दिनों दिन बिगड़ता जा रहा है। हसदेव नदी के इन सभी घाटोंका ठेका अभी तक नहीं हुआ है इसके बाद भी रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। एक ट्रैक्टर रेत को माफियाओं द्वारा एक हजार से दो हजार रुपए तक में बेचा जा रहा है। साथ ही रेत निकालने के लिए माफियाओं द्वारा नदी में जगह जगह रेम्प बनाया गया है जहा से रेत निकालने के लिए ट्रैक्टर मालिको सेराशि ली जाती है। यह सारा कारोबार अवैध रूप से चल रहा है। इससे नदी तट का कटाव भी बढ़ रहा है।
ग्रामीणों को मंहगे दाम पर मिल रही रेत
क्षेत्र के ग्रामीणों को महंगे दाम पर रेत बेची जा रही है। जिसका सबसे ज्यादा असर गरीब लोगो को घर बनाने पर पड़ रहा है। महंगी दर पर रेत मिलने से मकान की लागत अधिक आ रही है। सोंठी से लेकर बिर्रा तक नदी के आसपास कई गांव बसे हुए हैं और यहां से गुजरने वाली हसदेव नदी जिसमें रेत का भंडार है। मगर यही रेत खनिज माफियाओं के कब्जे में हो जाने से ग्रामीण जो अपने क्षेत्र से गुजरने वाली नदी से भी रेत नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। उन्हें दबंग लोगों से रेत अवैध रूप से दोगुनेकीमत पर खरीदना पड़ रहा है।
दूर-दूर सेआते हैंरेत निकालने
हसदेव नदी के गोविंदा घाट,करनौद,गतवा, चोरहादेवरी घाट में20 से25 किलोमीटर दूर जैजैपुर ब्लाक के आमगांव, भोथिया, भोथीडीह, ठठारी, ठूठी,जैजैपुर, कचंदा,कारीभावर,कोटेतरा सहित बम्हनीडीह ब्लाक के चोरिया,संजयग्राम,सरहर, बाराद्वार तक से ट्रैक्टर वाले यहां रेत निकालने आते हैऔर बिना रायल्टी के अवैध रूप से रेत उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है।