Janjgir–Champa Lok Sabha Result 2024: जांजगीर-चांपा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अनुसूचित जाति (एससी) उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है। जांजगीर-चांपा लोकसभा के नजर में 20 वर्षों से भाजपा के खाते में है।
17 बार हुए चुनाव में 11 बार कांग्रेस और छह बार भाजपा के उम्मीदवार यहां से जीते। कांग्रेस की इस परंपरागत सीट में 2004 के बाद से परिवर्तन हुआ। अब तक पांच बार महिला उम्मीदवार जीतकर संसद पहुंची हैं। अस्तित्व में आने के बाद इस सीट पर शुरुआत के चार चुनावों में लगातार कांग्रेस का कब्जा रहा। 1977 के चुनाव में यहां भारतीय लोकदल के प्रत्याशी मदन लाल शुक्ल ने जीत दर्ज की। अब तक उपचुनाव को मिलाकर 17 बार हुए चुनाव में 11 बार कांग्रेस को और छह बार भाजपा के उम्मीदवारों को यहां से जीत मिली है। वर्ष 2004 से यह सीट अब तक लगातार भाजपा के खाते में है।
अकलतरा, पामगढ़, सक्ती, जैजैपुर, चंद्रपुर, कसडोल, बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र को समेटे यह संसदीय क्षेत्र अनुसूचित जाति बाहुल्य है। वर्ष 2009 में सारंगढ़ लोकसभा के विलुप्त होने के बाद उस क्षेत्र का अधिकांश हिस्सा जांजगीर-चांपा लोकसभा में शामिल हो गया है। जबकि जांजगीर-चांपा लोकसभा से कोरबा और बिलासपुर जिले के विधानसभा की सीटें अलग हो गई है।
महानदी और हसदेव नदी के किनारे बसा यह क्षेत्र कृषि प्रधान है। कांग्रेस की इस परंपरागत सीट में 2004 के बाद से परिवर्तन हुआ है। तब से लगातार 20 साल से यहां कमल खिल रहा है। कांग्रेस यहां फिर से अपनी जमीन तैयार करने में सफल नहीं हुई है।
जांजगीर-चांपा लोकसभा 2024 में भाजपा व कांग्रेस की उम्मीदवार
भाजपा उम्मीदवार - कमलेश जांगड़े
जांजगीर चांपा लोकसभा सीट से भाजपा ने कमलेश जांगड़े को प्रत्याशी बनाया है। सक्ती जिले की मसनियां कला गांव की रहने वाली कमलेश जांगड़े ने वर्ष 2002 में विद्यार्थी परिषद संयोजक का दायित्व निभाया। वर्ष 2005 के बीच जनवरी 2015 के बीच दो बार अपने गांव मसानिया कला की सरपंच रहीं। प्रथम सरपंच कार्यकाल में उत्कृष्ट कार्य के लिए जिले में सर्वश्रेष्ठ सरपंच का सम्मान उन्हें मिला था। वे 2015 से 2020 तक प्रदेश महिला मोर्चा में विशेष आमंत्रित सदस्य और सरगुजा जिले में जिला प्रभारी का दायित्व निभा चुकी हैं। वर्ष 2020 में जांजगीर - चांपा में भाजपा जिला उपाध्यक्ष रहीं। जनवरी 2023 से महिला मोर्चा सक्ती की जिलाध्यक्ष हैं।
कांग्रेस उम्मीदवार - डा. शिवकुमार डहरिया
डा. शिवकुमार डहरिया कांग्रेस सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री थे। इस बार आरंग से वे विधानसभा चुनाव हार गए। पार्टी ने उन्हें जांजगीर चांपा अजा आरक्षित लोकसभा से टिकट दिया है। वे वर्ष 2009 में भी यहां से भाजपा प्रत्याशी कमला पाटले के विरूद्ध लोकसभा चुनाव लड़े थे लेकिन चुनाव हार गए थे। वे तीन बार विधायक रह चुके हैं। उनके पास बीएएमएस (आयुर्वेदिक चिकित्सक ) की डिग्री है। कालेज में पढ़ाई के दौरान भी वे छात्र राजनीति में सक्रिय रहे।