
जांजगीर-चांपा।केएसके महानदी पावर प्लाण्ट में पानी सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाई जा रही है। भूमि का मुआवजा दिए बिना पाइप लाइन बिछाने का खरौद में विरोध किया गया और ग्रामीणों ने यह काम रोक दिया।
केएसके महानदी पावर प्लाण्ट में पानी लाने के लिए बसंतपुर घाट से केरा, कनस्दा, खरौद होते हुए पाइपलाइन बिछया जा रहा है। इसमें किसानों को फसल का मुआवजा दिया जाना है मगर, खरौद, लोहर्सी, धरदेई, देवरी क्षेत्र के कई किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। इसके चलते ग्रामीणों ने सोमवार को खरौद में पाइपलाइन बिछाने का काम रोक दिया। उनकी मांग थी कि फसल नुकसान का मुआवजा उन्हें दिया जाए पाइपलाइन बिछाने का काम जुबेरी कंपनी द्वारा किया जा रहा है। ज्ञात हो कि प्रशासन, प्रबंधन और किसानों के बीच पूर्व में हुई बैठक के बाद किसानों को फसल का मुआवजा देने की बात कही गई थी मगर दो फसल कट जाने के बाद भी किसानों को फसल का मुआवजा नहीं मिला इससे किसानों को नुकसान हुआ है। किसानों का आरोप है कि पाइप लाइन बिछाने के लिए खेतों में बड़े-बड़े गड्ढे खोदे जा रहे हैं मगर पाइप लाइन बिछ जाने के बाद गड्ढों को भरा नहीं गया। खेती का समय करीब है। ऐसे में किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। खरौद के सुबोध शुक्ला ने बताया कि कंपनी के इस रवैए की शिकायत बारगांव सुराज शिविर तथा अन्य स्थानों पर किया जा चुका है मगर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे किसानों को नुकसान हो रहा है। किसानों के खेतों के गड्ढे के नहीं पाटा जा रहा है। मानसून करीब है। बरसात में खेतों में पानी भर जाएगा और किसानों को नुकसान होगा।
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