नईदुनिया प्रतिनिधि, जांजगीर चांपा। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के ग्राम तांदुलडीह में एक ही परिवार के छह सदस्य घर को बंद कर पिछले एक सप्ताह से पूजा पाठ व साधना कर रहे थे। इस दौरान दो भाई विकास गोंड़, विक्की गोंड़ मूर्छित हो गए, वहीं परिवार के अन्य सदस्य लगातार जय गुरुदेव की जाप करते रहे।
सूचना पर पुलिस पहुंची और दोनों भाईयों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सक्ती ले जाने पर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घर के अन्य सदस्यों को भी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चलने की बात कह रही है।
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सक्ती जिले के बाराद्वार थाना के तांदुलडीह गांव में एक महिला फिरीत बाई, अपने तीन बेटे विक्की गोंड, विक्रम गोंड, विशाल गोंड और दो बेटियों चंद्रिकाबाई व अमरीका बाई के साथ उज्जैन के एक बाबा की फ़ोटो को सामने रखकर घर को अंदर से बंद कर छह सात दिनों से भूखे प्यासे रहकर जाप कर रहे थे।
इस दौरान घर से बाहर नहीं निकलने और जोर-जोर से चिल्लाने पर मोहल्ले वालों को जानकारी हुई तो उसके चचेरे भाई ने दरवाजा खोलवाया तो महिला फिरीत बाई ने बताया कि घर में पूजा-पाठ कर रहे हैं। घर के अंदर जाने पर देखा कि महिला के दो बेटे विकास गोंड़, विक्की गोंड़ जमीन में मूर्छित पड़े हुए थे।
मोहल्ले वासियों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी तब मौके पर पहुंचकर पुलिस द्वारा दोनों सगे भाईयों को अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। वहीं घर में मौजूद महिला फिरीत बाई और उसके बेटे विशाल, दो बेटी अमरीका बाई व चंद्रिका बाई को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने दोनों भाइयों के शव को पीएम कराने के बाद रिश्तेदारों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया। फिलहाल पुलिस मामले में मर्ग कायम कर जांच कर रही है और पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। फारेंसिक टीम के साथ पहुंची पुलिसमामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी रमा पटेल, सक्ती एसडीओपी मनीष कुंवर फारेंसिक एक्सपर्ट की टीम के साथ गांव पहुंची और घर में रखे खाद्य सामग्री और अन्य वस्तुओं का सैंपल जांच के लिए एकत्र किया।
अस्पताल में पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्थामामले की गंभीरता को देखते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सक्ती के जिस वार्ड में घर के अन्य सदस्यों को भर्ती कराया गया है उसके सामने आधा दर्जन पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। अस्पताल में भर्ती लोगों की हर गतिविधियों पर सुरक्षा की दृष्टि से नजर रखी जा रही है।