Janjgir Champa News: कोणार्क कालेज की जांच करने पहुंची टीम
टीम ने दिनभर दस्तावेजों की जांच की। हालांकि उन्होंने मीडिया को किसी भी प्रकार से जानकारी देने से इंकार कर दिया।
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Sat, 18 Feb 2023 12:01:04 AM (IST)
Updated Date: Sat, 18 Feb 2023 12:02:54 AM (IST)

जांजगीर - चांपा । जिला मुख्यालय में संचालित कोणार्क बीएड डीएड महाविद्यालय में धारा 28 के तहत स्टाफ की भर्ती, छात्र छात्राओं से अधिक फीस की वसूली सहित कई तरह की अनियमितता की शिकायत उच्च शिक्षा विभाग में की गई थी जिस पर शुक्रवार को जांच के लिए शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ से दो सदस्यीय टीम कालेज पहुंची थी।
टीम ने दिनभर दस्तावेजों की जांच की। हालांकि उन्होंने मीडिया को किसी भी प्रकार से जानकारी देने से इंकार कर दिया। शिकायत कर्ता कमल सिंह यादव ने उच्च शिक्षा विभाग को अपनी शिकायत में बताया है कि कोणार्क बीएड डीएड शिक्षा महाविद्यालय खोखसा में संचालित है जो शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ से संबद्ध है। महाविद्यालय में डीएलएड, बीएड और एमएड कोर्स संचालित हैं। कालेज प्रबंधन द्वारा प्राध्यापकों और विद्यार्थियों की भर्ती में अनिमितता की गई है। वहीं कालेज में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं से भी ज्यादा फीस वसूली जाती है। कालेज प्रबंधन के पास पर्याप्त स्टापु भी नही है।
शिकायत में यह भी बताया गया है कि महाविद्यालय में ध्ाारा 28 के तहत मात्र 3 स्टाफ हैं जबकि कालेज में 5 का स्टाफ हैं। जबकि नियमानुसार कालेज में लगभग 42 का स्टाफ होना चाहिए। केवल 5 स्टाफ के भरोसे कालेज संचालित हो रहा है। जबकि अन्य स्टापु रजिस्टर में फर्जी दर्शाया गया है और सैलेरी भी बैंक से फर्जी तरीके से दशाई गई है। जिसकी जांच हो और स्टाफ का सत्यापन किया जाए। शुक्रवार को जांच के लिए शासकीय महाविद्यालय सांरगढ़ के प्राचार्य सहित दो सदस्यीय टीम कालेज पहुंची थी। टीम ने दिनभर दस्तावेजों की जांच की। हालांकि उन्होंने मीडिया को किसी भी प्रकार से जानकारी देने से इंकार कर दिया।
कागज में संचालित हो रहा एमएड कोर्स
शिकायत में बताया गया है कि कोणार्क कालेज में एमएड कोर्स में सिर्फ रजिस्टर में ही उपस्थिति दर्ज होती है। एक भी क्लास नहीं लगती है। क्योंकि क्लास लगाने के लिए पर्याप्त स्टाफ ही नहीं है। इसके चलते एमएड की पढ़ाई नहीं हो पाती है। जबकि सभी छात्रों से पूरी फीस ली जाती है।
बीएड छात्रों से 30 हजार अतिरिक्त शुल्क
शिकायत में बताया गया है कि बीएड के छात्रों से कालेज नहीं आने के नाम पर मोटी रकम वसूल किया जाता है। फर्जी उपस्थिति दर्ज करने के लिए प्रति छात्र 30 हजार रूपए अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उक्त प्रकरण में विश्वविद्यालय में भी कई बार शिकायत की जा चुकी है। लेकिन कोई उचित कार्रवाई नहीं की जाती है।
कालेज प्रबंधन ने किया गुमराह
कालेज प्रबंधन एवं जांच टीम द्वारा मीडिया को कवरेज करने से रोकने की कोशिश की गई। जिसको लेकर प्रबंधन और मीडया के बीच विवाद की स्थिति भी बनी। प्राचार्य समीत मंडल ने जांच टीम के आने और जांच करने की बात स्वीकार की। जबकि सहायक प्राध्यापक रेवती पटेल ने सापु झूठ बोलते हुए कहा कि कोई जांच टीम नहीं आई है। आखिर कालेज में क्या भ्रष्टाचार हुआ है जिसको छिपाने की कोशिश प्रबंधक द्वारा किया जा रहा था। इसकी जानकारी तो जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगी।
बीएड कालेजों में बड़ी अनियमितता
जिला मुख्यालय के कई बीएड कालेजों में 30 से 35 हजार शुल्क के अलावा 50 हजार रूपए कालेज नहीं आने के लिए एक साल का लिया जाता है। उपस्थिति भी बहुत कम रहती है। विश्वविद्यालय के परिनियम 28 की अवहेलना कई कालेजों में हो रही है। मगर विश्वविद्यालय द्वारा कड़ा रूख नहीं अपनाया जाता।