
नईदुनिया न्यूज, जांजगीर-चांपा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में किसान से अवैध वसूली का एक मामला सामने आया है। जिले के बम्हनीडीह विकासखंड स्थित वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय में पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर नितेश किशोर का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो गया है, जिसमें वह एक किसान से चार हजार रुपये रिश्वत लेते नजर आ रहा है।
जानकारी के अनुसार, किसान अपने पीएम किसान सम्मान निधि योजना की केवायसी करवाने कार्यालय पहुंचा था। इस दौरान कंप्यूटर आपरेटर ने उससे सात हजार रुपये की मांग की। वीडियो में वह किसान से कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि “चार किस्त में आठ हजार रुपये आएंगे, उसमें से सात हजार देना।” किसान ने मौके पर चार हजार रुपये दिए, जबकि शेष तीन हजार रुपये काम होने पर देने की बात कही गई।
वीडियो में कंप्यूटर ऑपरेटर को पैसे अपनी जेब में रखते हुए भी देखा जा सकता है। इस पूरे प्रकरण का वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। किसानों में इस तरह की रिश्वतखोरी को लेकर आक्रोश है। वायरल वीडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि नईदुनिया नहीं करता है। इस मामले में एसडीएम पवन कोसमा का कहना है कि यह जांच का विषय है। वीडियो में दिख रहे किसान और कंप्यूटर आपरेटर दोनों के बयान लिए जाएंगे। जांच रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी, जिसके बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
कृषि विभाग बम्हनीडीह में पदस्थ कंप्यूटर आपरेटर का किसानों से पैसा लेते हुए इंटरनेट मीडिया से प्राप्त होने पर कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू की है। कलेक्टर महोबे ने इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए एसडीएम चांपा को जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं तो संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर महोबे ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसानों से किसी भी प्रकार की अवैध वसूली या आर्थिक लेन-देन को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिला प्रशासन निष्पक्ष जांच कर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेगा।