Chhattisgarh HC ने खुलवाया स्कूल का ताला, 2023 विधानसभा चुनाव में इस विवाद के बाद से था बंद
छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने 2023 विधानसभा चुनाव में मतगणना को लेकर विवाद के बाद से बंद जशपुर मॉडल स्कूल को खोलने का आदेश दिया है। पत्थलगांव विधायक ने चुनाव परिणामों को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसके बाद से स्कूल को स्टॉग रूम के रूप में बंध कर दिया गया था।
Publish Date: Fri, 26 Sep 2025 01:21:46 PM (IST)
Updated Date: Fri, 26 Sep 2025 01:32:30 PM (IST)
हाई कोर्ट ने खुलवाया स्कूल का ताला नईदुनिया प्रतिनिधि,जशपुर नगरः शहर के डोड़काचौरा में संचालित शासकीय जवाहर लाल नेहरू आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बीते लगभग दो साल से लगे ताले को हाई कोर्ट ने खोलने का आदेश दिया है। कोर्ट ने जिला प्रशासन से कहा है कि स्कूल भवन के आधे हिस्से को प्रबंधन को सौंप दिया जाए।
2023 में विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना इसी स्कूल में की गई थी। घोषित परिणाम को पत्थलगांव विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी रामपुकार सिंह ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। इसके बाद से ईवीएम को इस स्कूल भवन में सुरक्षित रखते हुए ताला लगा दिया गया था। इससे बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
इस खबर को नईदुनिया ने 30 जुलाई के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर पर जिला प्रशासन ने हाई कोर्ट में बच्चों को हो रही परेशानी की ओर उच्च न्यायलय का ध्यान आकर्षित कराया था। इस समाचार को संज्ञान में लेते हुए उप जिला निर्वाचन अधिकारी विश्वास राव मस्के ने हाईकोर्ट बिलासपुर उपस्थित हो कर ईवीएम स्ट्रांग रूम को ईट की दीवार से सुरक्षित कर स्कूल के शेष हिस्से को खोलने के लिए आवेदन दिया था।
इस पर न्यायालय ने सभी पक्षों की दलील सुनने के बाद अनुमति प्रदान कर दी है। उच्च न्यायालय के निर्देश का पालन करते हुए जिला प्रशासन ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि और अभ्यर्थियों की उपस्थिति में स्कूल में निर्मित ईवीएम स्ट्रांग रूम के हिस्से को दीवार बना कर पूरी तरह से सुरक्षित कर दिया गया है। शेष हिस्से में पहले की तरह स्कूल का संचालन किया जाएगा।
यह है पूरा मामला
2023 में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के लिए डोड़काचौरा स्थित मॉडल स्कूल को ईवीएम स्ट्रांग रूम और मतगणना केंद्र बनाया गया था। यहां मतगणना की प्रक्रिया के बाद पत्थलगांव विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पराजित प्रत्याशी रामपुकार सिंह ने घोषित परिणाम को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। इससे चुनाव आयोग ने ईवीएम स्ट्रांग रूम होने के कारण पूरे स्कूल को ताला लगा दिया था।
इससे यह स्कूल के 220 छात्र, छात्रावास में पढ़ाई कर रहे हैं। सीबीएसई पाठ्क्रम वाले इस स्कूल में बच्चों को प्रयोगशाला और लाईब्रेरी का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। वहीं दो की जगह एक छात्रावास में ही इन छात्रों को गुजारा करना पड़ रहा था।
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नईदुनिया की खबर पर हुई कार्रवाई
आदर्श स्कूल के छात्रों और शिक्षकों को हो रही परेशानी के इस मामले को नईदुनिया ने अपने 30 जुलाई के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस खबर को संज्ञान में लेते हुए जिला प्रशासन ने स्कूल को ताले से मुक्त कराने के लिए उच्च न्यायालय में आवेदन लगाया था। इस पर न्यायालय ने सभी पक्षों को नोटिस जारी कर उनका पक्ष सुना और ईवीएम स्ट्रांग रूम वाले हिस्से को सुरक्षित कर स्कूल के शेष हिस्से को स्कूल संचालित करने के लिए खोलने जाने का निर्देश दिया है।