नईदुनिया प्रतिनिधि,जशपुरनगर: वन विभाग की एक महिला अधिकारी ने वन मंडला अधिकारी जितेंद्र उपाध्याय पर यौन प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाते हुए बगिया स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय और अजाक थाना में शिकायत की है।
थाना प्रभारी मार्टिन खलखों का कहना है कि फिलहाल मामले की जांच चल रही है। कैंप कार्यालय में की गई शिकायत में पीड़ित महिला अधिकारी का आरोप है कि डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय उन पर बुरी नियत रखते थे और ड्यूटी के दौरान तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो कहा करते थे। पीड़िता का दावा है कि डीएफओ ने उनके सामने गलत काम करने का प्रस्ताव रखा था। इसे ठुकरा दिए जाने से वे नाराज हो कर तात्कालिन विधायक यूडी मिंज से शिकायत कर दी थी। जानकारी मिलने पर पीड़िता ने तात्कालिन विधायक से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा था। व्यक्गित रूप से परेशान करने के लिए डीएफओ ने वन कर्मचारी संघ पर दबाव डाल कर उनके विरूद्व झूठा शिकायत कराया और कार्रवाई की धमकी देकर डीएफओ ने पीड़िता अधिकारी को अपने नजदीकी रेंज में तबादला करवाने के लिए मजबूर कर दिया।
इसके बाद शासकीय दौरा के बहाने अपने शासकीय वाहन में बैठा कर गलत हरकत करने का प्रयास किया। पीड़िता का आरोप है कि इस दौरान उसके और डीएफओ की बीच हाथापाई भी हुई थी। घटना के बाद डीएफओ ने नौकरी से बर्खास्त कराने की धमकी देकर पीड़िता का मुंह बंद कर दिया था। इस घटना के बाद डीएफओ उपाध्याय ने पीड़िता के विरूद्व झूठे आरोप लगा कर कार्रवाई के लिए मुख्य वन संरक्षक को पत्र प्रेषित कर दिया है। पीड़िता का कहना है कि उसे विभागिय वाट्स एप ग्रुप से भी हटा दिया गया है ताकि वे सरकारी काम सही तरीके से ना कर सके। शिकायत में पीड़िता ने डीएफओ उपाध्याय के विरूद्व अनुसूचित जाति,जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग की है।
इस मामले में डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय का पक्ष जाने के लिए नईदुनिया ने उनके दोनों मोबाइल नंबर पर संपर्क किया,लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाने से उनका पक्ष नहीं मिल पाया। वहीं अजाक थाना प्रभारी जशपुर मार्टिन खलखो ने बताया कि मामले में शिकायत मिली है। जांच की जा रही है।
नाली का गंदा पानी बह रहा सड़क पर, शमशान आने जाने वालों को हो रही परेशानी
नईदुनिया न्यूज,तमताः पत्थलगांव विकासखंड के ग्राम पंचायत तमता के शमशान घाट जाने वाले सड़क पर गांव व छात्र वास से निकलने वाला गंदा पानी आने जाने वाले लोगों के लिए मुसीबत बन बन गई है। तमता नवासी जनक दास ने बताया कि शमशान घाट जाने वाले रास्ते में गंदा पानी बह रहा है। जिसमें यहां सड़क पर चलने से बदबू व फिसलन भरी हो गई है और इसी रास्ते से दर्जनों लोगों का नदी प्रति दिन आना जाना पड़ता है। ऐसे में इस नाली का मुंह को बिच रास्ते पर ही छोड़ दिया गया है और रास्ते में ही बह रहा गंदा पानी। सुशील वैष्णव ने कहा पिछले साल सड़क निर्माण के समय नाली का निर्माण किया गया जिसको आधा अधूरा छोड़ दिया गया है इसको नदी तक बनाना चाहिए था जबकि नदी ओर बना हुआ नाली की दूरी 500 मीटर से भी ज्यादा निर्माण कार्य बाकी है