जशपुरनगर। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबरदास रांची से चिरमिरी जाने के दौरान कुछ देर के लिए जशपुर के विश्राम गृह में रूके। यहां उन्होनें भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और विधानसभा चुनाव की तैयारी की जानकारी। मिडिया से चर्चा के दौरान रघुबरदास ने बिहार के जाति जनगणना के मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा।
उन्होनें कहा कि पहले राहुल गांधी को यह बताना चाहिए कि वे स्वयं किस वर्ग में आते हैं। राहुल गांधी स्वयं को ब्राहमण बताते हैं,उनके दादा पारसी थे और ननिहाल के लोग ईसाई धर्म को मानतें हैं। उन्होनें कहा कि कांग्रेस कह रही है कि जिसकी जितनी ज्यादा संख्या है,उसे विकास में उतनी ही भागीदारी देनी चाहिए। यह देश को जाति के आधार पर विभाजित कर राज करने का षड़यंत्र है। जबकि भाजपा का मानना है कि देश में सिर्फ दो ही जाति है एक अमीर और दूसरा गरीब। 2014 में केन्द्र में सत्ता सम्हालने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए ने गरीबी को दूर कर देश को विकास की राह में ले जाने का काम किया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का मान सम्मान शिखर पर है। इसलिए कुछ ताकतें नरेन्द्र मोदी को किसी भी प्रकार से सत्ता से हटाने के लिए पूरी ताकत झोंक रहें हैं। उन्होनें कहा कि बिहार के जाति जनगणना में पिछड़ा वर्ग की संख्या सबसे अधिक आई है। तो कांग्रेस को इस बात की गारंटी देनी चाहिए कि केन्द्र में बहुमत में आने पर प्रधानमंत्री पिछड़ा वर्ग से ही बनेगा। जिस प्रकार वर्तमान में केन्द्र सरकार में पिछड़ा वर्ग का प्रधानमंत्री है और मंत्री परिषद में भी इस वर्ग को सबसे अधिक प्रतिनिधित्व दिया गया है।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होनें झारखंड की हेमंत सोरेन और छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार को घेरते हुए कहा कि दोनों सरकारों में भ्रष्टाचार के मामले में नंबर वन आने की होड़ लगी हुई है। दोनों ही राज्यों के बड़े प्रशासनिक अधिकारी भ्रष्टाचार के मामले में जेल में हैं। रघुबर दास ने दावा किया कि उन्होनें मुख्यमंत्री रहते हुए स्थानीय और नियोजन नीति बनाकर लागू किया। 1985 से झारखंड में निवास कर रहे लोगों को स्थानीय निवासी माना गया और तृतीय और चतुर्थ वर्ग के सरकारी कर्मचारियों की नियुक्ति में उन्हें प्राथमिकता दी गई।
लेकिन हेमंत सोरेन सरकार ने स्थानीय और नियोजन नीति को बदल दी जिससे झारखंड के स्थानीय युवा बेरोजगारों को नुकसान हुआ। भूपेश बघेल सरकार की नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी योजना को भ्रष्टाचार का केन्द्र बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के विधानसभा में भी गोबर घोटाला मामला उठ चुका है। इस दौरान पूर्व सांसद रणविजय सिंह जूदेव, शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, यश प्रताप सिंह जूदेव, नीतिन राय, संतोष सिंह, मनिजर राम, शरद चौरसिया, अरविन्द भगत, राहुल गुप्ता, आशुतोष राय सहित भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।