
0.जिले भर में उत्साह से मनाया गया पाम संडे
0.प्रभु येसु के येरूशलम प्रवेश की याद में मनाया जाता है त्यौहार
फोटो 25 जेएसपी 4 : पाम संडे पर निकली धार्मिक रैली
जशपुरनगर नईदुनिया प्रतिनिधि। रविवार को जिले में मसीही समाज ने पाम संडे धूमधाम से मनाया। जगह-जगह हाथ में खजूर पेड़ की डाली हाथ में लेकर रैली निकाली। बगीचा के भड़िया पारिस में खजूर शोभा यात्रा पारिस से निकलकर गांव के मुख्य सड़कों का भ्रमण करते हुए गिरजाघर में पहुंच कर समाप्त हुआ। यहां फादर अजय कुमार जोजो, फादर अमित फादर मुक्ति के मार्गदर्शन में प्रार्थना करने के बाद आशीष वचन देते हुए श्रद्वालुओं से कहा कि हमारे ईश्वर इस त्यौहार में आए थे और कहा कि हम अपने मन आत्मा को पवित्र कर ईश्वर की प्रार्थना करना है।जिससे ईश्वर हमारी प्रार्थना को स्वीकार कर हमारे संकट, पीड़ा, एवं कष्ट को दूर करेंगे। अच्छे मन से प्रार्थना करने से ईश्वर हमारी पुकार सुनकर हमारी मनोकामनाओं को पूर्ण करेंगे। साथ ही साथ गांव घर शहर क्षेत्र में अमन चैन और शांति बना रहेगा। इस त्यौहार में 40 दिन का उपवास ,तपस्या एवं प्रतिदिन गिरजाघर में प्रार्थना किया जाता है। खजूर रविवार के बाद गुड फ्राइडे के दिन हमारे ईश्वर को सूली पर चढ़ाया गया था। जिसकी शोक में सभी लोग एकत्रित होकर ईश्वर की आत्मा की मुक्ति के लिए एवं आने वाले नए जीवन की कामना करते है। तत्पश्चात गुड़ फ्राइडे के तीन दिवस के बाद रविवार 16 अप्रैल को हमारे ईश्वर पुनर्जन्म लेकर हम शिष्यों का प्रार्थना स्वीकार कर हमारे बीच हम लोगो को आशीष वचन देते है। ईश्वर की पुनर्जन्म होने की खुशी में इस त्यौहार को हम लोग भारी धूमधाम से मनाते है। हमारे इस क्षेत्र में भड़िया पारिस, मसगुटरी पारिस, जुरुदंड पारिस, जोरा जाम पारिस में आज खजूर रविवार शोभायात्रा निकाली गई। इस त्यौहार में लोग अपने अपने घरों में पकवान बनाकर आपस में खुशियां बाटते है एवं खुशी का इजहार करते है।
इसलिए मनाया जाता है पाम संडे
खजूर रविवार प्रभु येसु के यरूसलेम में राजशाही प्रवेश करने की ऐतिहासिक घटना की याद दिलाती है। यरूसलेमवासियों ने प्रभु येसु को अपना राजा मानकर जय जयकार करते हुए स्वागत किया था। प्रभु येसु के येरूशलम में इस ऐतिहासिक प्रवेश से 500 वर्ष पूर्व जकरियस नबी की भविष्यवाणी पूरी हुई। कलीसिया में खजूर पर्व मनाने की प्रथा चौथी सदी के आखिरी में येरूसलेम से शुरू हुआ। इस दिन दोपहर दो बजे जैतून के पहाड़ में जमा होते थे। बाइबल पठन के बाद एकत्रित लोकधर्मी जैतून व खजूर की डाली लेकर येरूसलेम मंदिर जाते थे। ------------