जशपुरनगर । निर्माणाधीन कटनी गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग में कांसाबेल के पास स्थित बेलाघाट में लंबा जाम लग गया। पुल निर्माण के लिए बनाए गए डायवर्सन सड़क में यात्री बस और ट्रक का चक्का गिली मिट्टी में धंस जाने से यह स्थिति बनी। इस जाम में रात के समय जशपुर से बिलासपुर और रायपुर की ओर जाने वाले यात्री बसों के यात्री देर रात तक जाम में फंसे रहे।
पत्थलगांव से कुनकुरी के बीच तकरीबन 62 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण गत तीन सालों से अधर में लटका हुआ है। इस सड़क के निर्माण की जिम्मेदारी जीवीआर कंपनी को टेंडर प्रक्रिया के तहत दिया गया था। 272 करोड़ की लागत से बन रहे इस सड़क का निर्माण कार्य तीन साल पूर्व तेज गति से शुरू हुआ था। जीवीआर कंपनी ने पत्थलगांव से लुड़ेग के बीच की सड़क को पूरी तरह से खोद कर नए सिरे से चौड़ीकरण और उन्यन का काम शुरू किया था।
लेकिन कुछ महिनों के बाद ही अचानक निर्माण कंपनी के वित्तीय संकट में फंस जाने की वजह से निर्माण कार्य अधर में लटक गया। कंपनी ने निर्माण कार्य जारी रखने में असमर्थतता जताते हुए पूरी तरह से हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद दो अलग-अलग कंपनियों के माध्यम से इस अधूरे पड़े सड़क का निर्माण कार्य पूरा कराने का प्रयास किया गया। लेकिन नतीजा सिफर रहा।
खुदाई की गई यह सड़क जिले के आला जनप्रतिनिधियो व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आम लोगों के लिए एक बड़ी मुसीबत साबित हो रही है। पानी गिरते ही यह समूचा सड़क दलदल में तब्दील हो जाता है। इस दौरान भारी वाहन तो दूर दोपहिया वाहनों का इस सड़क से गुजरना मुश्किल हो जाता है। वहीं जिस तरफ की सड़कें खुदाई से बची हुई है,वो मेन्टेनेंस के अभाव में जर्जर होती जा रही है।
कुल मिलाकर कुनकुरी से पत्थलगांव के बीच 62 किलोमीटर का सफर जिलेवासियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। इस सड़क को लेकर लंबे अर्से से विवाद और आक्रोश की स्थिति बनती रही है। हर बार एनएच के अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी नाराजगी को कम करने के लिए कार्रवाई का निर्देश और निर्माण कार्य शुरू करने का भरोसा देकर मामले को टाल जाते हैं।