पत्थलगांव(नईदुनिया न्यूज)। नागलोक के नाम से प्रसिद्व जशपुर जिले के क्षेत्र में लगभग 40 प्रजाति के सांप पाए जाते हैं। इनमें करैत,नाग,चित्ती एवं वाइपर जैसे जहरीले सांप शामिल हैं। सर्पदंश से हर साल बड़ी संख्या में लोगों की जान भी जाती है। ऐसे में सर्पदंश से लोगों को बचाने के साथ सांप के संरक्षित करना की बड़ी चुनौती साबित हो रही है। सांप के रेस्क्यू में कई युवा जुटे हुए है।ं इनमें पत्थलगांव के वार्ड 11 के सुरेंद्र मलिक भी शामिल हैं। सुरेन्द्र बीते कई सालों से सांपों को संरक्षित करने का काम कर रहें हैं। सुरेन्द्र मलिक ने बताया कि अब तक उन्होंने हजारों सांपों का सफल रेस्क्यू किया है उन्होंने बताया कि आधुनिक युग मे अब सांप पकड़ने की स्टिक एवं अन्य यंत्र आ चुके हैं जो उनके पास भी है लेकिन पहले सिर्फ डंडे के सहारे इस काम को वो करते आ रहे हैं उन्होंने बताया कि पूरे क्षेत्र में जहां भी सांप घुसने की खबर उन्हें मिलती है वे तुरंत इसे समाजसेवा से जोड़कर देखते हैं एवं निःस्वार्थ भावना से जाकर सर्प का रेस्क्यू करते हैं उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए कभी प्रशासनिक सहयोग भी नही मिलता है बल्कि जहां उनके द्वारा बड़ा रेस्क्यू किया जाता है वहां लोग उनके कार्यों को देखकर सहर्ष कई बार उनका सम्मान किया है जिस कार्य को लगातार वे निभाते आ रहे हैं और लगातार इस कार्य को करते रहेंगे क्योंकि इस क्षेत्र में आए दिन सांप से जुड़े मामले लगातार आते रहते हैं जिन्हें पकड़कर उन्हें जंगलों में रिलीज कर देते हैं