पत्थलगांव(नईदुनिया न्यूज)। पत्थलगांव को जिला बनाने की मुहिम जोर पकड़ती जा रही है। अलग-अलग संगठनों और क्षेत्रों से लोग जिला बनाने की मांग के समर्थन में आगे आ रहे हैं। लोगों का एक सुर में कहना है कि पत्थलगांव जिला बनाने के दृष्टिकोण से सर्वाधिक उपयुक्त है वहीं क्षेत्र के विकास के लिए इसे जिला बनाया जाना बहुत जरूरी है। अग्रवाल सभा पत्थलगांव के संरक्षक रामलाल अग्रवाल ने जिला बनाने की मांग का पूरा समर्थन किया है। उनका कहना है कि पत्थलगांव जिला सभी वर्गों के कल्याण के लिए बेहद जरूरी है। शासकीय काम-काज के साथ ही क्षेत्र का विकास और कई अन्य चीजें भी इससे जुड़ी होती हैं। यही कारण है कि लोगों द्वारा एक अर्से से इसकी मांग की जा रही है और अग्रवाल सभा के संरक्षक के तौर पर वे भी लोगों के साथ हैं। उनका कहना है कि जिला मुख्यालय जशपुर 100 किमी से अधिक दूर होने के कारण जिला यहां के लोगों की बहुत बड़ी जरूरत है। सरकार को लोगों की जरूरतों का ध्यान रखते हुए पत्थलगांव को जिला बनाने की पहल करनी चाहिए। छात्र संगठन अभाविप के नगरमंत्री वीरेन्द्र का कहना है कि पत्थलगांव मुख्य रूप से आदिवासी बहुल क्षेत्र है। यहां सभी तरह के लोग रहते हैं। जिनको जिला दूरी होने के कारण बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उनका कहना है कि जिला दूर होने का खामियाजा छात्रों को भी भुगतना पड़ता है। जब भी जिला केंद्र जशपुर में परीक्षा होता है तो 100 किलोमीटर दूरी तय कर जशपुर जाना पड़ता है। एकमात्र आवागमन का साधन बस में आने-जाने पर किराया लगभग 300 रूपये लग जाता है। गरीब परिवार से आने वाले छात्र धन की कमी वजह से परीक्षा से चूक जाते हैं वहीं उन्हें विभाग से जुड़ी कई अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। अतः सभी छात्रों की मांग है कि पत्थलगांव को जिला बनाना चाहिए जिससे सभी छात्रों को फायदा मिला सके तथा छात्र का समय और पैसा दोनों बचत हो सके जिससे वह अपना पढ़ने की सामग्री ले सके।
लुड़ेग के समाजसेवी और गणमान्य नागरिक चमन गोयल का कहना है कि पत्थलगांव को जिला बनाने की मांग आज की नहीं है अपितु दशकों से लोग इस मांग को उठाते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पीढ़ी इसी उम्मीद के साथ बड़ी हुई है कि एक दिन पत्थलगांव जिला बनेगा। और आज क्षेत्र के प्रत्येक प्रबुद्ध नागरिक की यही सपना है ताकि उनकी क्षेत्र का समुचित विकास और उनकी समस्याओं का निराकरण हो सके। उनका कहना है कि लुड़ेग क्षेत्र के गांव-गांव में इसे लेकर उत्साह का संचार हो चुका है और लोग इस बार इस मांग को पूरा करने के लिए धरना प्रदर्शन और आंदोलन तक करने को तत्पर हैं। कोतबा से रौनियार समाज के अध्यक्ष प्रेमचंद गुप्ता ने भी पत्थलगांव को जिला बनाने की मांग का पुरजोर समर्थन किया है। उनका कहना है कि पहले पत्थलगांव रायगढ़ जिले का भाग हुआ करता था। तब भी परिस्थितियां क्षेत्र के लोगों के लिए अनुकूल नहीं हुआ करती थीं और लोगों को 200 किमी का सफर करना पड़ता था। आज आवागमन के दृष्टिकोण से उससे भी बुरी स्थिति है वहीं अन्य काम-काज के नजरिए से भी देखा जाए तो जशपुर में शामिल किया जाना यहां के लोगों के लिए विपरीत कदम ही कहा जाएगा। उनका कहना है कि भौगोलिक दृष्टि से भी पत्थलगांव को जिला बनाना चाहिए। और उनका पूरा समाज और क्षेत्र के लोग इस मांग के पूरी तरह न सिर्फ समर्थन में हैं अपितु इस हेतु उठाए जाने वाले हर कदम के साथ हैं।