पत्थलगांव,नईदुनिया न्यूज। अग्र समाज के पुरोधा अग्रसेन महाराज के जयंती पर्व की नगर में धूम रही। इस अवसर पर नगर में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में अग्र बंधु शामिल हुए। अग्र समाज के संस्थापक अग्रसेन महाराज की 5145वीं जयंती को लेकर सुबह से ही अग्रसेन भवन में गहमागहमी का माहौल था। सुबह से ही अग्रवाल समाज के लोगों का यहां पहुंचना शुरु हो गया था। अग्रवाल नवयुवक समिति के अध्यक्ष आशीष मित्तल ने बताया कि प्रातः 8 बजे अग्रसेन महाराज की सामूहिक आरती की गई जिसमें बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने शिरकत की। अग्रवाल सभा के अध्यक्ष ब्रम्हप्रकाश अग्रवाल के मार्गदर्शन में शाम 4 बजे अग्रसेन भवन से अग्रसेन महाराज की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इसके लिए शहर भर में मुख्य सड़कों के किनारे व इंदिरा चैक को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। शोभायात्रा के लिए अग्रसेन महाराज की भव्य झांकी तैयार की गई थी। एक रथ पर महाराजा अग्रसेन को रथारूढ़ किया गया था। रथ के पीछे एक बड़े वाहन पर महाराज अग्रसेन की प्रतिमा के साथ समाज के वरिष्ठगणों को बिठाया गया था। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए। इसमें शामिल होने वाले लोगों के लिए विशेष पोशाकें निर्धारित की गई थीं जिसके मुताबिक पुरूष श्वेत वस्त्रों में व महिलाएं लाल वस्त्रों में शोभायात्रा में शामिल हुईं। विशेष पोशाकों में सजे-धजे बच्चे भी अग्रवंश का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। कोरोना के कारण सामाजिक गतिविधियों पर लगे प्रतिबंधों के बाद हाल ही में शासन की ओर से निर्देशों में ढील दिए जाने के बाद यह पहला मौका है जब समाज के लोग एक साथ एकत्र हुए थे। इसका लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया। शोभायात्रा में शामिल होने के लिए बाहर से वादक दलों को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। वादक दल के सदस्य अपने अपने वाद्ययंत्रों के साथ शोभायात्रा के सबसे आगे चल रहे थे। इसके पीछे महाराजा अग्रसेन का रथ और इसके पीछे वरिष्ठगणों को लिए हुए अग्रसेन महाराज की विशेष रूप से सजाई गई झांकी थी। इसके पीछे महिलाएं चल रही थीं और सबसे अंत में पुरूषों का रैला था। समाज के विभिन्ना आयु वर्गों के लोग शोभायात्रा में शामिल हुए। इस दौरान अग्रवाल नवयुवकों ने जमकर आतिशबाजी की। शोभायात्रा के स्वागत के लिए पूरे शहर में इंतजाम किए गए थे। लोगों द्वारा जगह जगह शोभायात्रा का स्वागत किया गया वहीं महिलाओं ने महाराज अग्रसेन की आरती उतारी। शोभायात्रा के साथ ही वाहनों पर महाराज अग्रसेन के भजन बजते रहे। इनकी धुन से शहर गूंजता रहा। शोभायात्रा अंबिकापुर रोड, जशपुर रोड व रायगढ़ रोड होते हुए वापस अग्रसेन भवन पहुंची। पत्थलगांव के अलावा आसपास के इलाकों से भी बड़ी संख्या में अग्रवाल समाज के लोग कार्यक्रम में शामिल हुए। बीते 1 अक्टूबर से जारी सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी इस अवसर पर समापन हुआ।
द्वार सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन
अग्रसेन जयंती के मौके पर अग्रसेन भवन में आरती थाल सजाओ प्रतियोगिता,निशाना लगाओ प्रतियोगिता,रस्सा खींचो और नोट गिनो जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कुर्सी दौड़ विवाहित पुरूषों के लिए रखी गई थी वहीं बॉल आउट प्रतियोगिता भी रखी गई। इस मौके पर आरती थाल सजाओ प्रतियोगिता,निशाना लगाओ प्रतियोगिता और नोट गिनो जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कुर्सी दौड़ विवाहित पुरूषों के लिए रखी गई थी वहीं बॉल आउट प्रतियोगिता भी रखी गई। वहीं इस बार शोभायात्रा के दौरान भी द्वार सजाओ प्रतियोगिता रखी गई थी। उन्होंने बताया कि शोभायात्रा को पूरे शहर में भ्रमण करना था। ऐसे में प्रतियोगिता में शामिल होने वाले लोगों को अपने अपने घरों के द्वार को सजाना था। इसके लिए द्वार के सामने रंगोली और फूलों से सजावट करनी थी। वहीं सजावट में फूलों का बिंदरवाल और 11 दीपों को शामिल करना अनिवार्य था। जगह-जगह लोगों के घरों के द्वार फूलों,दीपों और रंगोली से सजे हुए नजर आए।