जशपुरनगर,नईदुनिया प्रतिनिधि। उड़ता पंजाब की तर्ज पर प्रदेश को उड़ता छत्तीसगढ़ बना कर,उजाड़ने की बड़ी साजिश रची जा रही है। विजय दशमी दशहरा के दिन गांजा से लदे हुए वाहन के दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए निकली शोभा यात्रा में शामिल श्रद्वालुओं को कुचले जाने की घटना को साधारण सड़क हादसा मानने की भूल कदापी नहीं करनी चाहिए। यह युवाओं को नशे की लत लगा,गुमराह करने और धर्मांतंरण करने की बड़ी साजिश है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने उक्त बातें कहीं। वे शहर के बांकी टोली स्थित अपने निवास पर मिडिया से चर्चा कर रहे थे। उन्होनें कहा कि पत्थलगांव की घटना बेहद अमानवीय व क्रूर हादसा है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। दशहर उत्सव के दौरान श्रद्वालुओं की सुरक्षा व्यवस्था बनाएं रखने में पुलिस प्रशासन की नाकामी पर सवाल उठाते हुए कहा उन्होनें कहा कि आखिर पुलिस प्रशासन इतनी लापरवाह कैसे हो सकती है कि नौरात्रि के दौरान उमड़ रही भीड़ के बावजूद,दशहरा के दिन पत्थलगांव के नगरीय क्षेत्र में ट्रेफिक रूट डायवर्ट करना तो दूर,एक बेरिकेट की व्यवस्था भी नहीं की गई थी। उन्होनें प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति की वजह से देश और प्रदेश में साम्प्रदायिक महौल बिगड़ रहा है। कवर्धा की घटना का जिक्र करते हुए उन्होनें कहा कि कानून व्यवस्था के नाम पर वहां घर के अंदर बैठे हुए बेकसूर महिला व पुरूषों को जेल में बंद कर दिया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा ठेके में शराब बेचे जाने के निर्णय के बाद से ड्रग्स माफिया पूरी तरह से हावी हो चुकी है। पुलिस प्रशासन और ड्रग्स माफिया का गठजोड़,पत्थलगांव में हुई घटना से उजागर हो चुका है। कानून व्यवस्था बनाएं रखने में छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार पूरी तरह से नाकाम हो चुकी है। आपसी खिंचतान में उलझे कांग्रेस के जिम्मेदार मंत्रियों को दिल्ली दरबार में मत्था टेकने से फुर्सत नहीं हैं। उन्होनें पत्थलगांव की पूरी घटना और पुलिस प्रशासन व ड्रग्स माफिया के गठजोड़ के तह तक जाने के लिए पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए,हादसे में मृत युवक गौरव अग्रवाल के स्वजनों को 1 करोड़ का मुआवजा की मांग दोहराया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उस बयान को पूरे मामले से लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास बताया,जिसमें उन्होनें भाजपा कार्यकर्ताओं को मध्यप्रदेश में धरना प्रदर्शन करने की बात कही थी। उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की चिंता छोड़ कर,छत्तीसगढ़ को सम्हालने के संबंध में गंभीरता से विचार करना चाहिए।