अंतागढ़ (नईदुनिया न्यूज)। प्रायः देखा गया है कि जब कोई व्यक्ति सफलता के शिखर तक पहुंच जाता है, तब अधिकांशत: उस व्यक्ति की सोच भी सफलता के साथ बदल जाती है। जहां की जमीन व जिस मिट्टी में उनका बचपन बीता हो, जिस विद्यालय से उन्होंने प्राथमिक शिक्षा ली हो, काफ़ी कम ही व्यक्ति ऐसे होते हैं, जिन्हें सफलता मिलने पर वो सारी बातें याद रहती हैं, या फिर यूं कहें कि उस जगह पर जाकर अपने सहपाठियों से मिलकर बचपन के उन पलों को पुन: जीने की इच्छा होती होगी।
इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है, अंतागढ़ के विधायक अनूप नाग जिन्होंने वो तमाम मुक़ाम हासिल किए जीवन में जिसके स्वप्न हर आम नागरिक देखता है। क्षेत्रीय विधायक आज सभी क्षेत्रों में सफल होते हुए भी भावनात्मक रूप से अंतागढ़ की सरमीं व हर उस स्थान, उन लोगों से जुड़े हुए हैं जिनके साथ उन्होंने अपना बचपन बिताया है।
अंतागढ़ के प्राथमिक शाला के सामने एकाएक शनिवार को विधायक का काफिला रुका इसके साथ ही देखते ही देखते आरईएस के एसडीओ, जनपंद पंचायत की मुख्यकार्यपान अधिकारी, अंतागढ़ एसडीएम सह राजस्व विभाग का पूरा अमला भी मौके पर पहुंच गया। विधायक अनूप नाग ने अंतागढ़ पुराना रेस्ट हाउस रोड स्थित प्राथमिक शाला का पूर्ण रूप से जायजा लिया और उन पलों को उन अमूल्य क्षणों को भी याद किया। जब वे स्वयं बचपन के दिनो में उस विद्यालय में प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने आया करते थे।
यहां यह भी बताना आवश्यक है कि अंतागढ़ का यह बालक प्राथमिक शाला ब्रिटिशकालीन है, जिसकी स्थापना सन सन 1888 में हुई थी। अर्थात जब देश आजाद नही हुआ था और देश में अंग्रेजों की हुकूमत चला करती थी उस दौर में इस प्राथमिक शाला की स्थापना हुई थी। इस विद्यालय से कई हस्तियों ने शिक्षा ग्रहण किया है, तथा बाद में जिन्होंने प्रदेश सहित राष्ट्रीय स्तर पर इस विद्यालय के साथ अंतागढ़ का नाम भी रोशन किया है।
उन्होंने बताया कि वीणा बहनजी ऐसी शिक्षिका थीं, जिन्होंने कईयों के माता-पिता के पश्चात उनके बच्चों को भी इस विद्यालय में शिक्षा दी है।
अनूप नाग ने आरईएस के एसडीओ सहित जनपद पंचायत अंतागढ़ के अधिकारी को निर्देशित किया कि इस विद्यालय को वे माडल स्कूल के रूप में देखना चाहते है। साथ ही इस स्कूल का जीर्णोद्धार भी बेहतर रूप से कराना चाहते हैं। जिस हेतु उन्होंने सभी कार्यों का स्टीमेट बनाने का निर्देश दिया। शीघ्र ही कार्य प्रारम्भ करने की बात भी विधायक नाग द्वारा कही गई।
विधायक अनूप नाग ने नई दुनिया के संवाददाता से चर्चा में बताया कि, वे चाहते हैं कि इस प्राथमिक शाला के जीर्णोंद्धार के पश्चात इसी शाला प्रांगण में एक कार्यक्रम आयोजित कर उन सभी सहपाठियों को बुलाएं जिन्होंने उस समय उनके साथ शिक्षा ग्रहण की थी।
विधायक अनूप नाग की भावनाएं अपने गांव, गांव की मिट्टी, गांव के लोगों के लिए और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि होने के नाते अपने क्षेत्र के लिए आज भी वैसी ही है, शायद यही वजह है कि आज प्रदेश में सबसे लोकप्रिय विधायकों में क्षेत्रवासियों सह जन-जन के प्रिय अनूप नाग का नाम भी सम्मिलित है।
ज्ञात हो विधायक नाग राजनीति में सक्रिय होने से पूर्व पुलिस विभाग में रहकर अपनी सेवाएं दे चुके हैं, सेवानिवृत्त होने से पूर्व एक थानेदार के रूप में उनकी पोस्टिंग जहां थी वहां भी वे जन जन के प्रिय थे। अनूप नाग उन लोकप्रिय थानेदारों में हैं जिनके सेवानिवृत होने पर नागरिकों सह विद्यालयीन बच्चों ने भी जुलूस निकालकर उन्हें ससम्मन विदाई दी थी।
इतिहास में लौटकर रो पड़े विधायक
विधायक अनूप नाग ने बताया कि उस समय अमेरिका से गरीब बच्चों के स्वास्थ को देखते हुए उनके पोषण के लिए दलिया आता था, उन्होंने इस स्थान को दिखाते हुए बताया कि ये वो जगह है जहां दलिया बनाया जाता था और हम दोपहर में वही खाते थे, चूंकि उस समय स्थिति वैसी नहीं थी की हम लांच बाक्स ले जा सके। भावुक होते हुए विधायक अनूप नाग की आंख नम हो गईं।