कांकेर। पिछले कुछ दिनों से आसमान में बादलों के छाए रहने और तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने के कारण आम और महुए की फसल को काफी नुकसान हुआ है। साथ ही अन्य मौसमी फसलों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। दूसरी ओर सब्जी व मक्का उत्पादक किसान भी इसे लेकर चिंतित हैं।
सप्ताहभर से आसमान में बादल छाए हुए हैं। साथ ही शाम होते ही तेज हवाएं चलने लगती हैं और हल्की बारिश भी हो रही है। आसमान पर बादलों के छाए रहने के कारण सबसे अधिक नुकसान आम व महुए के फसल को हो रहा है। आम के पेड़ों में लगी बौर और छोटे छोटे फल गिरने लगे हैं। साथ ही महुआ फूलने की गति धीमी पड़ गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में आम व महुआ दोनों की किसानों की अतिरिक्त आय का जरिया है। जिनकी पैदावार पर मौसम की मार पड़ने के कारण उत्पादन में कमी आ सकती है। साथ ही यह टमाटर व विभिन्न प्रकार की साग सब्जियां के लिए भी नुकसानदायक है। बादल और पानी की बौछार के कारण सब्जियों में कीड़े लगने का खतरा बढ़ गया है। दूसरी ओर सुबह और शाम के समय चल रही तेज हवाओं के कारण मक्का उत्पाद किसान भी परेशान हैं। तेज हवाओं के कारण खेतों में खड़ी मक्के की फसल खेतों में सो जाने का खतरा बना हुआ है। जिसके चलते किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है और नुकसान की आशंका को लेकर किसान चिंतित दिखाई दे रहे हैं। कई जगह तो तेज हवा ना झेल पाने के कारण खेतों में खड़ी मक्के की फसल भी सो गई है।
जमीन पर लेट गई मक्के की फसल
ग्राम मनकेसरी निवासी सामरथ फाफामारिया ने बताया कि उन्होंने दो एकड़ में मक्के की फसल लगाई है। मक्के के पौधे बड़े हो गए है और एक से डेढ़ माह में फसल तैयारी हो जाएगी। लेकिन बारिश के कारण फसल बर्बाद हो सकती है। तेज हवा के कारण कुछ फसल सो गई है और अधिक हवा और पानी के कारण यदि मक्के की फसल सो जाएगी तो उसमें फल नहीं आएंगे। फसल बर्बाद होने के कारण किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। ग्राम भावगीर नवागांव के कृषक रामू पटेल ने बताया कि खेत में सब्जी की खेती की है। जिसमें गोभी, बैंगन, टमाटर, भाजी आदि लगाया गया है। बादल व बारिश के कारण भाजी और टमाटर को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है। साथ ही पानी और बादल के कारण गोभी के पौधे भी गल रहे हैं।
बादल व बारिश से नुकसान
जानकारों का कहना है कि मौसम खराब होने से फसलों को केवल नुकसान ही होगा। इससे किसी भी फसल को इसका फायदा नहीं मिलेगा। कृषक फूलचंद पटेल ने बताया कि बादलों के छाए रहने और बारिश के कारण आम और महुआ की फसल की काफी नुकसान हुआ है। आने वाले दिनों में मौसम खराब रहने से महुआ और आम के साथ-साथ चार, मक्का, टमाटर, चना व अन्य फसलें खराब हो सकती हैं। अधिक बारिश के कारण भाजियां गल जाएंगी। सब्जियों में कीड़े लग जाएंगे और महुआ का गिरना भी कम हो जाएगा।