छोटेकापसी। पखांजूर को जिला बनाने की मांग को लेकर परलकोट जिला संघर्ष समिति के बैनर तले परलकोट क्षेत्र में सेक्टर वाइस रोजना बैठक का आयोजन किया जा रहा है। सेक्टर की सातवीं बैठक बारदा पीवी 63 के स्कूल मैदान में हुई जिसमें बारदा क्षेत्र के लगभग 15 से बीस के गांव के लोग बैठक स्थल पर मौजूद होकर अपना समर्थन परलकोट जिला संघर्ष समिति को दिए और कहा कि परलकोट की जनता अब जाग उठी है। पखांजूर को जिला बनाना ही होगा, नहीं तो परलकोट क्षेत्र के लगभग सभी 304 गांव के लोग एक साथ मिलकर आंदोलन करेंगे, जिसकी पूरी जिमेदारी सरकार की होगी।
बैठक में सर्वप्रथम ग्राम पीवी 63 (बलरामपुर) के प्रमुख ने बैठक सभा को संबोधित किया फिर बारी-बारी से परलकोट जिला संघर्ष समिति के सदस्यों ने भी संबोधित किया। परलकोट के ग्रामीणों का एक ही सुर में कहना है कि अब हम सब परलकोटवासी आरपार की लड़ाई के मूड में हैं। अब जाहे जो हो जाये हम पीछे नहीं हटने वाले। पखांजूर को जिला बनाना ही होगा। जिले से पखांजूर की दूरी 120 किमी और परलकोट के अंतिम छोर के गांव सितरम लभगभ 200 किमी है। ग्रामीणों को अपने काम से जिला जाने के लिए दिन भर का समय लगता है। फिर देर शाम काम करके लौटना चाहे तो वापस आना सम्भव नहीं होता है। ऐसे में हर दृष्टिकोण से पखांजूर जिला बनाने योग है।
सभा को सम्बोधित करते हुए क्षेत्र के भूतपूर्व विधायक मंतूराम पवार एवं परलकोट जिला संघर्ष समिति के संरक्षक ने कहा कि पखांजूर को जिला बनाने के लिए हर वो संसाधन मौजूद है जो सरकार को जिला बनाने के लिए चाहिए। परलकोट में लगभग 304 गांव है। अंतागढ़, भानुप्रतापपुर की अपेक्षा पखांजूर क्षेत्र से राजस्व भी सबसे अधिक सरकार को जाता है। जिले की दूरी भी सबसे अधिक 200 किमी है। इस सेक्टर बैठक में बापा गांगुली, बुद्धदेव सरकार, आलोक विस्वास, मनोज मंडल, सुप्रकाश मल्लिक, नृपेन हालदार, जतन विस्वास, राजदीप हालदार, बारदा पूर्व सरपंच रूपसिंह पोटाई, प्रेमनाद मंडल, सुभाष राय, रतन राय, बाजुराम के द्वारा सभा को संबोधित किया एवं मंच का संचालन बलरामपुर के युवाओं ने किया।