चारामा। सागर महिला क्लस्टर लखनपुरी मुख्यालय के ग्राम झिपाटोला में वार्षिक अधिवेशन विधायक निधि से बने महिला संगठन भवन का लोकार्पण किया। विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी ने कहा कि क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव की महिलाओं को बैठने के लिए जगह मिल गई है और महिलाएं संगठित होकर आत्मनिर्भर बनने में सफल हो सकेगी। ब्लाक मुख्यालय में महिला संगठन भवन बनाने के लिए 10 लाख देने की घोषणा भी किया गया है।
मुख्य अतिथि की आसंदी पर विधानसभा छत्तीसगढ़ के विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी ने कहा कि बहुत अच्छा मौका है जहां पर आसपास के एक दर्जन से अधिक गांव की नारी शक्ति एकत्र हैं। यहां ऐसी नारी शक्ति है जो यह ऐसी नारी सकती है जो आत्मनिर्भर होने के लिए कदम बढ़ा रही है और इनको अब कोई रोकने वाला नहीं है यही महिलाएं जो समाज को एक नया संदेश देने के लिए सामने आई है, ऐसी नारी शक्ति को मैं प्रणाम करता हूं।
कार्यक्रम में नरेंद्र यादव सदस्य गौ सेवा छत्तीसगढ़ शासन रायपुर, ठाकुर राम कश्यप अध्यक्ष ब्लाक कांग्रेस कमेटी चारामा, अरुण मरकाम अध्यक्ष जनपद पंचायत चारामा, महेंद्र नायक जिला अध्यक्ष एनएसयूआई कांकेर, सुनील बबला पाढ़ी अध्यक्ष नगर पंचायत भानु, मीना मंडावी सदस्य जिला पंचायत कांकेर, मिथलेश्वरी शोरी सदस्य जिला पंचायत कांकेर, कृष्णा टेकाम, निज सचिव उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ विधानसभा, दीपेश चोपड़ा, जनपद सदस्य सत्कार पटेल, ललिता पटेल उपसरपंच एवं सभी जनप्रतिनिधि अधिकारी कर्मचारी एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे।
सुदूर अंचलों में चलाया महिला जागरूकता अभियान
महिला जागरूकता अभियान के तहत अभिव्यक्ति एप, लैंगिक अपराध, चिटफंड, धोखाधड़ी व विभिन्ना जानकारियां ग्राम तुलतूली, पीढ़ापाल, कलमुच्चे, अति संवेदनशील सुदूर इलाका में जाकर ग्रामीण महिलाएं एवं बच्चियों को दी गई। पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जीआर बघेल, एसडीओपी डा. चित्रा वर्मा के दिशा निर्देशन में निरीक्षक शशिकला थाना प्रभारी अजाक थाना, चारामा से रूपेंद्र पटेल उप निरीक्षक, की टीम सहायक उपनिरीक्षक शशि कला साहू, भुनेश्वरी भगत, महिला आरक्षक पदमिनी साहू एवं सपना सिंह जिला एवं सत्र न्यायालय की अधिवक्ता, सह मानवाधिकार उषा सिन्हा मौजूद थे। थाना चारामा ग्राम पुरी में बाजार के चौक चौराहे में जाकर महिलाओं से संबंधित अभिव्यक्ति एप एवं लैंगिक अपराध की जानकारियां दी गई। ऐसे किसी भी प्रकार के अपराध या शोषण होने पर इसकी सूचना तत्काल थाने में देने को कही गई।