बेटी ने हाईकोर्ट में लगाई गुहार कहा पिता के मौत की सच्चाई जानना उनका अधिकार
कवर्धा जिले के लोहारीडीह हत्याकांड मामले में पीड़ित परिवार ने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। पीड़ित बेटी ने हाईकोर्ट में अपनी बात रखते हुए कहा कि मेरे पिता के शरीर में चोट के निशान थे। मृतक शिव कुमार साहू का पूरा परिवार है, बावजूद छ.ग पुलिस ने उनके 8 साल के बेटे की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार करवा दिया।
Publish Date: Sun, 01 Dec 2024 08:41:04 AM (IST)
Updated Date: Sun, 01 Dec 2024 08:41:03 AM (IST)
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट फाइल फोटोHighLights
- हाईकोर्ट ने बहुचर्तित लोहारीडीह मामले में बेटी द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई की।
- हाईकोर्ट ने परिवार को घटना स्थल के आधार पर एमपी हाईकोर्ट जाने की सलाह दी।
- अधिवक्ता ने पूछा परिवार के रहते छत्तीसगढ़ पुलिस ने क्यो कराया अंतिम संस्कार।
नईदुनिया प्रतिनिधि बिलासपुर। गांव में परिजन व ग्रामीणों के आक्रोशित होने एक वजह यह भी थी। बेटी को आंशका है कि पिता शिव प्रसाद साहू की हत्या की गई है। पुलिस मामले को संदिग्ध मृत्यु बता रही है। पिता के शव का दुबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग पीड़ित ने की थी। पीड़ित का कहना है पिता की मौत पीछे का सच समाने आना चाहिए इससे उन्हें न्याय मिलेगा।
क्या है पूरा मामला
- लोहारीडीह निवासी शिव प्रसाद साहू का शव 15 सितम्बर को मध्यप्रदेश क्षेत्र के बीजाटोल रेलवाही थाना बिरसा के जंगल में फांसी पर लटता लोगो को दिखा था।
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- शव की शिनाख्त होने के बाद गुस्साए परिजन व ग्रामीणों ने उपसरपंच रघुनाथ साहू पर हत्या का आरोप लगाया।
- उपसरपंच के पूरे परिवार पर हमला कर दिया, जिसमें उपसरपंच रघुनाथ साहू की जलने से मौत हो गई।
- वहीं परिवार के तीन लोग झुलस गए थे। पुलिस ने मामले में 69 लोगों को गिरफ्तार किया था।
- गिरफ्तार एक आरोपी की जेल में मौत हो गई। मामले में पहले एडिशनल एसपी और फिर बाद में एसपी व कलेक्टर व एसपी को भी हटा दिया गया था।
मध्यप्रदेश की अदालत जाने की सलाह
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हाईकोर्ट ने बहुचर्तित लोहारीडीह मामले में मृतक शिव कुमार की बेटी द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई की। मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु की डिवीजन बेंच में हुई।
याचिकाकर्ता की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने आन लाइन पैरवी की व अधिवक्ता संदीप दुबे ने तर्क दिया कि शिव प्रसाद साहू की संदिग्ध परिस्थियों में हुई मौत के पीछे परिवार को हत्या का संदेह है, इसलिए निष्पक्ष जांच और पुनः पोस्टमार्टम होना चाहिए।
अधिवक्ता संदीप दुबे ने कहा कि मृतक की बेटी ने न्याय के लिए ये याचिका दायर की है, ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके। हाईकोर्ट ने राज्य शासन के जवाब पर सहमति जताते हुए याचिकाकर्ता को मध्यप्रदेश के कोर्ट में मामला दायर करने की सलाह देते हुए याचिका को निराकृत कर दिया।
राज्य शासन का पक्ष
राज्य शासन ने अपने जवाब में कहा कि मृतक की लाश मध्यप्रदेश सीमा क्षेत्र में मिली थी और पोस्टमार्टम के बाद मृतक के परिजनों को शव सौंप दिया गया था। लिहाजा, कानूनी अधिकार मध्यप्रदेश पुलिस का है और छत्तीसगढ़ शासन इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकता।