कवर्धा। राज्य के प्रथम शक्कर कारखाना राम्हेपुर में इस पेराई सीजन में लगातार तकनीकी खराबी आ रहीं है। इस चक्कर में कारखाना के साथ-साथ किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 15 दिन के भीतर दो बार तकनीकी खराबी आई है। इससे किसानों व फैक्ट्री को नुकसान हो रहा है। अब जैसे-तैसे कारखाना का काम चला रहे हैं। तकनीकी खराबी के चक्कर में किसानों को कारखाना में लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। इस पूरे मसले को लेकर सोमवार को भारतीय किसान संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से जिला प्रशासन को जल्द से जल्द कारखाना की स्थिति सुधार करने की मांग की गई है। वर्तमान में इस कारखाना में पेराई सीजन जारी है। यहां प्रतिदिन 100 से अधिक किसान गन्नाा बेचने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन कारखाना में किसानों के लिए व्यवस्था नहीं होने के कारण दिक्कत हो रही है।
जिन्हें मिली पर्ची वे पहुंच रहे कारखाना
जिन किसानों को पर्ची मिल गई है, वे किसान गन्नाा लेकर कारखाना पहुंच रहे हैं। इस कारखाना में कवर्धा, बोड़ला व सहसपुर लोहारा ब्लॉक के किसान सीधे तौर पर आश्रित हैं। इसके अलावा वर्तमान में कई किसान नए किस्म की गन्नाा लगा भी लगा रहे हैं। एक एकड़ में गन्नाा लगाने के लिए 25 से 30 क्विंटल गन्नाा पर्याप्त होता है। वहीं कई किसान शक्कर कारखाना के अलावा गुड़ फैक्ट्री में भी गन्नाा बेच रहे हैं।
कारखाने में भीड़ बढ़ी, गन्नाा ट्राली रखने को जगह नहीं
इधर शुगर मिल तक गन्नाा पहुंचाने के लिए निकले किसानों की गन्नाा से लदे ट्रैक्टरों को मिल के भीतर खड़ी करने की जगह ना होने के कारण भीड़ लग रही है। शक्कर कारखाना के पास ही हाई स्कूल मैदान में ट्रैक्टर-ट्राली को खड़ा किया जा रहा है। इसके अलावा गन्नो से लदी ट्रैक्टर ट्रालियों के सड़क पर खड़े होने के कारण भी जाम लगा था। इस जाम के पीछे की मूल वजह शहकारी शक्कर कारखाना प्रबंधन की लापरवाही है। कारखाने में गन्नो से भरी ट्रैक्टर ट्राली खड़ी करने को जगह की कमी है। यार्ड निर्माण के लिए कारखाना प्रबंधन को कई बार किसान कह चुके हैं। फिर भी यार्ड नहीं बनने के चलते मिल के बाहर अक्सर जाम लगता रहता है। किसानों के साथ ही आवागमन करने वालों में भी इस बात पर भारी नाराजगी है।
किसान संघ की यह है प्रमुख मांग
- कारखाने में किसान अपना गन्नाा बेचने जाते हैं तो उन्हें काफी समय तक रुकना पड़ता है। लेकिन कारखाने में शौचालय की व्यवस्था ना होने के कारण उन्हें समस्या का सामना करना पड़ता है। कारखाने में अतिशीघ्र शौचालय का निर्माण कराया जाए।
- भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना में किसान प्रतीक्षालय की व्यवस्था की जाए।
- कारखाने में सभी यार्ड में पेयजल के लिए नल की व्यवस्था की जाए ताकि किसानों को पानी के लिए दूर तक ना जाना पड़े।
- भोरमदेव कारखाने में मशीन में बड़ी खराबी आने की वजह से 15 दिनों में 2 बार पेराई में बाधा उत्पन्ना हुई है। इससे किसान व कारखाना को नुकसान हो रहा है। कारखाने का निरिक्षण कर कारखाने में आ रही बार-बार खराबी की जानकारी ले एवं उचित कारवाई की जाए।
- भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने में पूर्णकालिक प्रबंध निदेशक की नियुक्ति तत्काल की जाए।