नईदुनिया न्यूज, कोंडागांव। काटागांव बालिका छात्रावास में कक्षा पांचवीं में पढ़ने वाली छात्रा चंपा नेताम (11 वर्ष) ने शनिवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह आश्रम में कक्षा पहली से रहकर पढ़ाई कर रही थी। अभी छात्रावास में 70 बालिकाएं रह कर पढ़ाई कर रही हैं।
घटना शनिवार सुबह लगभग 10 बजे की बताई जा रही है। आश्रम की छात्रा लालिमा सोरी ने बताया कि वह जब घटना वाले कक्ष में गई तो चंपा को अपने स्कूल यूनिफॉर्म की टाई से खिड़की में लटका हुआ देखा। लालिमा ने बिना किसी शिक्षक या अधीक्षिका को सूचना दिए कैंची से टाई काटकर चंपा को नीचे उतारा।
इसके बाद शिक्षकों को जानकारी दी गई और तत्काल बच्ची को माकड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम अजय उरांव, सहायक आयुक्त कृपेंद्र तिवारी, तहसीलदार, खंड शिक्षा अधिकारी व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण कर जांच शुरू की। शव का पोस्टमार्टम कर स्वजन को सौंप दिया गया है।
गांव के सरपंच मोतीराम मरकाम ने बताया कि उन्हें सुबह 10:45 बजे आश्रम शाला से फोन आया कि छात्रा बेहोश हो गई है। उन्होंने तत्काल स्वास्थ्य कार्यकर्ता को सूचित किया। सरपंच ने बताया कि यह घटना बच्चों के भोजन के समय की है। ऐसे में यदि कोई बच्चा अनुपस्थित था तो आश्रम स्टाफ को इसकी जानकारी होनी चाहिए थी। सरपंच ने इसे आश्रम प्रशासन की गंभीर लापरवाही बताया।
बिवला गांव के सरपंच लक्ष्मण नेताम ने स्वजन की ओर से गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बच्ची को पिछले मंगलवार को ही आश्रम में छोड़ा गया था और वह पूरी तरह मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ थी। उन्होंने कहा कि घटना सुबह 10 बजे की है, लेकिन स्वजन को दोपहर 12 बजे के बाद जानकारी दी गई।
आश्रम अधीक्षिका या स्टाफ द्वारा तत्काल सूचना न दिया जाना संदेहास्पद है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पहले बच्ची के स्वास्थ्य खराब होने का बहाना बनाकर स्वजन को भ्रमित किया गया। सरपंच ने उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई आवश्यक है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं।
घटना की जानकारी लगते ही एसडीएम अजय उरांव, तहसीलदार, पुलिस, खंड शिक्षा अधिकारी, जनप्रतिनिधि व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। यह घटना शाला संचालन के समय की है, इसलिए जांच का विषय है कि बच्ची को फांसी लगाने तक किसी को भनक क्यों नहीं लगी। जांच पूरी होने के बाद दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रारंभिक जांच में छात्रा अपनी टाई से खिड़की में लटकते हुए पाई गई है। शव परीक्षण रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह आत्महत्या थी या हादसा- अजय उरांव, एसडीएम