नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा : कोरबा समेत आसपास के पड़ोसी जिलों में 37 हजार महिलाओं को आजीविका से जोड़ने का झांसा देकर 110 करोड़ रुपये की ठगी के मामले से जुड़ी कंपनी फ्लोरा मैक्स की महिला एजेंट ने घर में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली है। ठगी का शिकार हुई महिलाओं को रुपये वापस लौटाने का उस पर दबाव था। साथ ही पुलिस कार्रवाई का भी भय था, इसलिए उसने यह घातक कदम उठाया।
करतला थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सकदुकला निवासी भगवती बाई 30 वर्ष फ्लोरा मैक्स में एजेंट के रूप में काम करती थी। उसने करीब 80 महिलाओं को कंपनी से जोड़ा था। सभी महिलाओं को 30-30 हजार रुपये का लोन निजी फाइनेंस कंपनी व विभिन्न बैंकों से दिलाया था। यह राशि कंपनी में जमा करा दिया गया था। वायदा किया गया था कि इससे होने वाले लाभांश की राशि से लोन की किस्त जमा की जाएगी। साथ ही हर माह 2600 रुपये वेतन के रूप में प्रदान किया जाएगा। कुछ माह बाद यह व्यवस्था बंद कर दी गई। कंपनी का डायरेक्टर अखिलेश सिंह समेत 13 आरोपितों को कोतवाली पुलिस अब तक धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार कर चुकी है। इधर भगवती पर गांव की महिलाएं रुपये वापस लौटाने के लिए दबाव डाल रही थी। उनका कहना था कि बैंक से किस्त जमा करने नोटिस प्रदान किया गया है। उनके पास किस्त की राशि जमा करने के लिए पैसा नही है। फ्लोरा मैक्स कंपनी की जाल में फंस चुकी भगवती के पास कोई दूसरा रास्ता नही था। उसने अपने कमरे में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। पुलिस के पहुंचने से पहले ही स्वजन शव को फंदे से उतार लिए थे। गले में निशान देख कर पुलिस ने पूछताछ की, तो भगवती के आत्महत्या करने की बात सामने आई। कोरबा सीएसपी भूषण एक्का ने बताया कि आत्महत्या के इस मामले की जांच की जा रही। यहां बताना होगा कि ठगी का शिकार हुई महिलाएं सीएम हाउस पहुंच कर इस मामले की जांच कर राशि वापस दिलाए जाने की मांग कर चुकी हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डा किरणमयी नायक ने फ्लोरा मैक्स से ठगी गई महिलाओं के मामले को स्वत: संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर को आर्डर शीट की कापी प्रेषित की है। इसमें कहा गया है कि इसमें राज्य महिला आयोग की दो सदस्य सरला कोसरिया व लक्ष्मी वर्मा द्वारा कैंप लगाकर पीड़ित महिलाओं की शिकायत आवेदन कोरबा मुख्यालय पर लिया जाएगा। जिसकी व्यवस्था कलेक्टर करेंगे। कलेक्टर ने कहा है कि इसके लिए वे प्रशासन से अनुमति लेंगे।