कोरबा । पानी में तेज रफ्तार मोटर बोट और पैराशूट बांधकर एडवेंचर का लुत्फ उठाने के शौकीन अक्सर बड़े शहरों या समुद्रीे क्षेत्रों का रूख करते हैं। जल्द ही कुछ ऐसी ही सुविधा कोरबा में उपलब्ध होगी। वाटर एडवेंचर पर पर्यटन विभाग ने एक खास प्रोजेक्ट तैयार किया है, जिसमें राज्यभर के 5 केंद्रों का चयन किया गया है।
इस प्रोजेक्ट के तहत बांगो-बुका व सतरेंगा को पानी के रास्ते जोड़ते हुए वाटर स्पोर्ट्स में एशिया का सबसे बड़ा पार्क विकसित करने की रूपरेखा बनाई जा रही है। जिले के वन क्षेत्रों में पर्यटन की दृष्टि से प्राकृतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं। प्रमुख रूप से सतरेंगा, बुका, बांगो, देवपहरी व टिहरीसइई जैसे स्थलों पर हर साल सैकड़ों की संख्या में सैलानी पर्यटन के लिए पहुंचते हैं।
इसे केंद्र में रखते हुए जिले के इन मनोरम क्षेत्रों को विकसित कर वृहद पर्यटन केंद्र में परिवर्तित किए जाने की मांग वर्षों से की जाती रही है। इस बात को फोकस करते हुए वाटर स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर के क्षेत्र में कदम बढ़ाते हुए जिले को भी जोड़ने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
प्रदेश भर में इस परियोजना के लिए कुल 5 ऐसे जिलों का चयन किया गया है, जहां पर्याप्त रूप से जल संसाधन मौजूद हैं। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल ने गंगरेल, कोडार, समोदार समेत कोरबा के मिनीमाता हसदेव बांगो परियोजना को भी शामिल किया है। सर्वसुविधायुक्त पर्यटन केंद्र व वाटर स्पोर्ट्स पार्क का विकास करने सतरेंगा से लेकर बांगो व बुका को जोड़ा जाएगा।
सर्वसुविधायुक्त रेजॉर्ट्स व बोटिंग
पर्यटन केंद्र बुका में जहां दक्षिण भारत में पर्यटकों को आकर्षित करने वाले पानी के खास जहाज मंगवाए जा रहे हैं, स्पॉट तक पहुंचने के रास्तों का कायाकल्प करने की तैयारी भी की जा रही है।
यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को ठहरने की उत्तम व्यवस्था और भ्रमण के दौरान किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, इस बात पर फोकस करते हुए विकास कार्य की योजनाएं बनाई जा रही हैं। वाटर स्पोर्ट्स का शौक रखने वाले प्रवासी सैलानियों की सुविधा व जरूरतों का ध्यान रखते हुए बुका में खास रेजॉर्ट्स का निर्माण भी किया जाएगा।इसके अलावा बोटिंग का आनंद लेने उनके लिए विशेष नौकाओं का निर्माण कर केरल से मंगाए जा रहे हैं।
पर्यावरण हितैषी पर्यटन केंद्र पर जोर
बुका के डिप्टी रेंजर श्री जायसवाल ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक यहां आएं और यहां की सुंदरता उन्हें बार-बार आने आकर्षित करे, ऐसा प्रयास किया जा रहा। यही वजह है जो उनकी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए संसाधनों के इंतजाम पर जोर दिया जा रहा है।
इसके साथ ही यहां किए जा रहे विकास कार्यों का इको फ्रेंडली यानि किसी भी प्रकार से पर्यावरण को नुकसान न हो, इसका ध्यान भी रखा जा रहा है। सर्वसुविधायुक्त इको फ्रेंडली पर्यटन केंद्र विकसित कर संचालन की जिम्मेदारी बुका वन समिति को सौंप दी जाएगी, ताकि स्थानीय ग्रामीणों को समुचित रोजगार मुहैया कराने के साथ क्षेत्र को ख्यातिलब्ध केंद्र बनाने प्रयास हो सके।
उन्नयन हो रहा महादेव पर्यटन केंद्र
कोरबा वनमंडल अंतर्गत महादेव पर्यटन केंद्र सतरेंगा का उन्नयन कार्य किया जा रहा है। बुका व बांगो के मुकाबले सतरेंगा में डुबान का किनारा अपेक्षाकृत ज्यादा विस्तारित है, जहां वाटर स्पोर्ट्स की दृष्टि से इस्तेमाल होने वाले उपकरणों को लाना ज्यादा सुविधाजनक है।
संभावना जताई जा रही है कि सतरेंगा ही वाटर पार्क का केंद्र बनाया जा सकता है। इसके साथ ही सतरेंगा में जलभराव और जलभराव का दायरा भी काफी वृहद है। यही वजह है जो सतरेंगा को विकासित करने साढ़े 4 करोड़ का फंड भी स्वीकृत किया गया है। यहां हट, गार्डन विकसित करने के साथ पहुंचमार्ग को दुरुस्त करने का कार्य शुरू कर दिए जाने की बात कही जा रही है।
ऐसे होगा विकसित
- सतरेगा, बुका व बांगो को मिलाकर बनेगा वाटर कम एडवेंचर स्पोर्ट्स पार्क ।
- तीनों स्थलों को मिलाकर पर्यटकों के लिए चार दिन का टूर करेंगे तैयार ।
- एक-एक दिन तीनों ही पर्यटन स्थलों पर घूमने, भोजन और एडवेंचर का आनंद ।
- तीनों पर्यटन केंद्रों के बीच स्थित गोल्डन आइलेंड के नाम से मशहूर टिहरीसराई पर विशेष स्टॉपेज ।
- गोल्डन आइलेंड में ठहरने एक रिजॉर्ट का निर्माण ।
- वाटर स्पोर्ट्स से संबंधित उपकरण जैसे बोट, अंडर वाटर स्पोर्ट्स, पैराशूट, लेजर लाइटिंग, फाउंटेन व झूलों की सुविधा ।
मुझे अधिकृत सूचना नहीं मिली है
टूरिज्म डिपार्टमेंट बुका-बांगो और सतरेंगा को जोड़ते हुए एक टूरिज्म हब बनाने एक कार्ययोजना तैयार कर रही है, ऐसा मैंने भी सुना है, लेकिन मुझे कोई लिखित या अधिकृत सूचना नहीं मिली है। इसलिए मैं इस संबंध में कोई भी जानकारी देने में असमर्थ हूं। - एस जगदीशन, डीएफओ कटघोरा