नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा: कोयला मंत्रालय द्वारा कमर्शियल माइनिंग(Coal Block Auction) के तहत छत्तीसगढ़ के तीन और झारखंड के चार कोल ब्लॉकों की नीलामी की गई। इसमें छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के दो तथा रायगढ़ का एक कोल ब्लॉक शामिल है। जिले के दोनों कोल ब्लॉकों में कुल 1401.61 लाख टन कोयले का भंडार है। शीघ्र ही इन कोल ब्लॉकों से कोयला उत्खनन शुरू कर दिया जाएगा।
कमर्शियल माइनिंग के लिए कोल ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया जारी है। 12वें दौर में सात कोल ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया पूरी की गई। बताया जा रहा है कि इन सात ब्लॉकों में लगभग 1,761.49 लाख टन का भंडार है। इन ब्लॉकों की अधिकतम निर्धारित क्षमता 52.5 लाख टन प्रतिवर्ष है। इन ब्लॉकों से लगभग 719.90 करोड़ रुपए (आंशिक रूप से खोजे गए ब्लॉकों को छोड़कर) का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है।
छत्तीसगढ़ के तीन कोल ब्लॉकों में दो कोरबा एवं एक रायगढ़ जिले में स्थित हैं। कोरबा जिले के रजगामार डिपसाइड देवनारा एवं रजगामार डिपसाइड साउथ ऑफ फुलकडीह भूमिगत कोयला खदान के लिए आठ कंपनियों से 14 बोलियां मिली थीं। रजगामार डिपसाइड देवनारा खदान को टीएमसी मिनरल रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड ने हासिल किया है। रजगामार डिपसाइड साउथ ऑफ फुलकडीह माइंस मिवान स्टील्स लिमिटेड को मिली है।
रजगामार डिपसाइड देवनारा में 784.64 लाख टन कोयले का भंडार है। इसी तरह रजगामार डिपसाइड साउथ ऑफ फुलकडीह में 616.97 लाख टन कोयले का भंडार है।
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