
नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा। चरित्र सत्यापन के नाम पर एक हजार रुपये रिश्वत मांगने पर प्रधान आरक्षक को निलंबित कर दिया गया। एनटीपीसी के एक युवक की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने निलंबन आदेश जारी किया। शिकायतकर्ता दीपक साहू, निवासी ढोढीपारा, पुलिस सहायता केंद्र एसईबी, थाना सिविल लाइन रामपुर ने 20 दिसंबर 2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लिखित शिकायत की थी।
दीपक रायगढ़ स्थित एनटीपीसी में हाइड्रा आपरेटर के रूप में कार्यरत हैं और उन्हें गेट पास नवीनीकरण के लिए पुलिस चरित्र सत्यापन प्रमाण पत्र की आवश्यकता थी। शिकायत में दीपक ने कहा है कि एसपी कार्यालय में मौजूद प्रधान आरक्षक सूर्यकांत द्विवेदी ने चरित्र सत्यापन प्रतिवेदन के बदले एक हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी और तत्काल प्रमाण पत्र बनाकर देने का आश्वासन दिया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए उप निरीक्षक प्रमोद चंद्राकर को जांच सौंपी गई।
जांच के दौरान आवेदक दीपक साहू ने अपने बयान में शिकायत की पुष्टि की। पहचान पंचनामा के दौरान उन्होंने स्पष्ट रूप से प्रधान आरक्षक सूर्यकांत द्विवेदी की पहचान करते हुए बताया कि उसी व्यक्ति ने उनसे एक हजार रुपये की मांग की थी। जांच में आरोप सही पाए जाने पर प्रधान आरक्षक सूर्यकांत द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पुलिस विभाग ने स्पष्ट किया है कि चरित्र सत्यापन जैसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण कार्य में अवैध धन की मांग गंभीर अनुशासनहीनता है। विभाग ने दोहराया है कि इस तरह के मामलों में भविष्य में भी सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि पुलिस व्यवस्था में पारदर्शिता और ईमानदारी बनी रहे।