
नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा। देर रात एक किसान के घर में घुस कर नकाबपोश हथियारबंद 20 युवकों ने कट्टा, चाकू की नोंक में परिवार के 11 सदस्यों को बंधक बना लिया। रस्सी से हाथ बांधने के बाद हल्ला न मचाए, इसलिए मुंह में कागज भर कर एक कमरे में कर दिया। आलमारी में रखे 1.50 लाख नकद एवं 10 लाख सोने- चांदी के जेवरात लूट कर ले गए। पुलिस ने डकैती का मामला दर्ज किया है।
घटना बालको थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत सोनगुड़ा के ग्राम तराईडांड में मंगलवार की रात हुई। यहां शत्रुध्न दास 60 वर्ष अपनी पत्नी, पुत्री, पुत्र- पुत्रवधु एवं भाई कुल 11 सदस्य के साथ निवासरत है। खेती- किसानी करने के साथ ही घर पर राशन दुकान खोली गई है। रात नौ बजे पूरे परिवार खाना खाया और अपने- अपने कमरे में सोने चला गया। रात एक बजे शत्रुध्न को कुछ आहत सुनाई दी, तब उसकी नींद खुली।
बिल्ली होने के संदेह पर उसने जैसे ही दरवाजा खोला, तो सामने नकाबपोश युवक खड़े दिए। जिन्होंने शत्रुध्न को चाकू एवं कट्टा की नोंक पर अपने कब्जे में ले लिया। आवाज सुन कर घर के अन्य सदस्यों की नींद खुल गई। इस पर सभी नकाबपोशों ने उन्हें भी अभी कब्जे में लेने के साथ एक कमरे में ले गए और हाथ में रस्सी बांध दिया। साथ ही हल्ला मचाने पर जान से मारने की धमकी दी।
परिवार के सदस्य एक- दूसरे से बातचीत न कर सके इसलिए उनके मुंह में कागज डाल दिया। तदुपरांत घर के खंगालने के बाद आलमारी की चाबी मांगी और आराम से आलमारी खोल कर पूरा सामान बाहर निकाला। वहां जेवरात समेत 1.50 नकद मिलने पर लेकर भाग निकले। जाते- जाते पुलिस में रिपोर्ट लिखाए जाने पर जान से मारने की धमकी भी दिए।
शत्रुध्न एवं उसके परिवार के सदस्यों ने किसी तरह हाथ खोला और घटना की जानकारी आसपास देने के साथ ही बालको थाना में सूचित किया। शत्रुध्न के पुत्र विजय दास ने बताया कि सभी युवक स्कार्फ एवं गमछा बांधे हुए थे और तीन महिला एक बच्चे समेत पूरे परिवार के गले में चाकू या कट्टा अड़ा दिए थे। उन्होंने कहा कि बदमाश किसी वाहन नहीं आए थे। भागते वक्त कमरे का दरवाजा बंद कर दिए।
जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीतिश ठाकुर ने बताया कि मामले दर्ज कर विवेचना की जा रही है। साइबर सेल एवं बालको पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जल्द ही आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा।
किसान शत्रुध्न दास ने बताया कि नकाबपोश युवक हाथ में गुप्ती, डंडा, कट्टा तथा चाकू रखे हुए थे। दरवाजा खोलने के साथ ही मुझे पकड़ लिए। इसके बाद घर के सभी सदस्यों का हाथ बांध बंधक बना लिया। उन्होंने कहा कि हम बिहारी के बच्चे हैं। एक बिहारी सब पर भारी होता है, इसलिए न तो हल्ला करें और ना ही पुलिस में रिपोर्ट लिखाना। बेटी की शादी के लिए मैने जेवरात बना कर रखा, उसे तथा नकद रकम लेकर सभी भाग गए। सभी युवक पैदल ही आए थे। शायद बाड़ी की तरफ से दीवार कूदकर अंदर घुसे थे। भागते वक्त बदमाशों ने अपना तब्बल, एक हथियार व रस्सी यहीं छोड़ दिया।
बुधवार को डाग स्क्वाड की टीम भी ग्राम तराईडांड शत्रुध्न के घर पहुंची और अपने स्तर पर जांच पड़ताल की। डाग स्थल से गंध लेकर गांव की और बाहर निकला। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपित गिरफ्त में होंगे। साइबर टीम भी मोबाइल लोकेशन के स्तर पर जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपितों ने अपने आपको बिहारी कहा है, संभवत: पकड़ने के भय से उन्होंने ऐसा कहा है। बावजूद इस मामले को लेकर गंभीरता से जांच की जा रही है। वहीं इस घटना को लेकर ग्रामीणों में रोष के साथ आक्रोश व्याप्त है।