कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। केंद्र सरकार पर लगातार यात्री सुविधाओं को बंद करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस कमेटी द्वारा रेल रोको आंदोलन किया गया। लगभग एक घंटा चले आंदोलन के दौरान दो रैक कोयला लदान प्रभावित रहा। आंदोलन के बाद मंडल रेल प्रबंधक के नाम पर क्षेत्रीय रेल प्रबंधक व कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
पिछले कुछ समय से यात्री ट्रेन को बार- बार निरस्त करने, लेट लतीफी से लगातार जारी है। रेल प्रबंधन द्वारा अपनी सुविधा अनुसार ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है, इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वर्षो से भारतीय रेल आम जनता का भरोसें, सस्ता और सुलभ परिवहन का पर्याय बना हुआ है। बावजूद यात्रियों को पर्याप्त सुविधा नहीं मिल पा रही है। कांग्रेस कमेटी ने इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताते हुए रेल रोको आंदोलन किया। चरणबद्ध आंदोलन करते कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पटरी पर उतर कर ट्रेन रोकी। दोपहर तीन बजे जिला कांग्रेस कमेटी शहर व ग्रामीण की अगुवाई में कार्यकर्ता पुराना पवन टाकिज के समीप मेटर वाटिका के सामने आंदोलन किया। इस दौरान कोरबा- गेवरा रोड में मालगाड़ी का परिचालन रोका। इससे दो रैक कोयला लदान प्रभावित रहा।
आंदोलनकारियों ने पटरी पर खड़़े होकर केंद्र सरकार व रेल प्रबंधन के विरूद्ध नारेबाजी भी की। बाद ज्ञापन सौंप कर अपनी मांग रखी। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि कोरबा रेलवे स्टेशन वर्ष 1958 से भारतीय रेलनेट वर्क से जुड़ा है पर विकास के नज़रियें से काफी पिछड़ा हुआ है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की आमदनी में सबसे बड़ी भागीदारी कोरबा से होती है। इसमें माल भाड़ा, यात्री भाडा व अन्य मद से सबसे ज्यादा राजस्व अर्जित करता है। देश में कोयले के योगदान में सहयोग करने के बाद भी यात्री सुविधा के नाम पर कोरबा को हमेशा नजरअंदाज किया जाता रहा है।
उन्होंने कहा कि कोरबा रेलवे स्टेशन क्षेत्र से प्राप्त कुल राजस्व में कम से कम 10 प्रतिशत का हिस्सा कोरबा रेलवे स्टेशन में यात्री सुविधाओं पर खर्च किया जाना चाहिए। इस दौरान अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए काफी संख्या में रेलवे पुलिस फोर्स (आरपीएफ) व स्थानीय पुलिस उपस्थित रही। आंदोलन के दौरान श्यामसुंदर सोनी, सपना चौहान, कुसुम द्विवेदी, सुरेंद्र जायसवाल, सनीष चंद्र, सुरेश सहगल, शांता मडावे समेत काफी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
प्रमुख मांगें
0 रेलवे अनुसार वर्ष 2012-13 में पिट लाइन शुरू हो चुकी है, पर दुर्भाग्य से अभी तक बंद है. इसलिए तत्काल पिटलइन चालू करने
0 बीकानेर-कोरबा-बीकानेर द्विसाप्ताहिक चालू करने
0 कोरबा- राउरकेला- कोरबा इंटरसिटी एक्सप्रेस वाया चांपा बाइपास चलाने
0 17481- 17482 तिरूपति बिलासपुर-तिरूपति को विस्तार कोरबा तक करने
0 यात्री सुविधाओं के लिए 18240 इतवारी- बिलासपुर शिवनाथ एक्सप्रेस और 18238 छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस का गेवरारोड कोरबा तक विस्तार करने
0 लगातार विलंब से हो रही ट्रेनों को समय पर चलाने