रायगढ़ (नईदुनिया न्यूज)। शहरवासियों की बहुप्रतीक्षित मांग पर कोतरारोड ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति भाजपा शासनकाल में हुई और भाजपा विधायक ने ही विधिवत शिलान्यास किया। अब ओवरब्रिज का निर्माण कांग्रेस शासनकाल में पूरा हो चुका है। परंतु जिला प्रशासन एवं रायगढ़ के नेताओं की निष्क्रियता के कारण आज तक इसका विधिवत उद्घाटन नहीं हो पाया है। ऐसे में जनता ने स्वयं ही इसका उपयोग करना शुरू कर दिया है।
दूसरी ओर रेलवे ने शहरवासियों के आवागमन के लिए पूर्व निर्धारित फाटक को बंद किए जाने की सूचना लगा दी है। यहां मार्ग बंद होने का बैनर लगाकर मिट्टी डाल दिया गया है जिससे यहां से लोगों की आवाजाही बंद हो गई है। इससे रायगढ़ की सीमा से लगे लगभग 144 गांव के ग्रामीणों को काफी दिक्कतें हो रही है। उन्हें काफी लंबा चक्कर लगाकर ओवरब्रिज से होते हुए आवागमन करना पड़ रहा है। इसे लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
इस ओवरब्रिज को लेकर यहां के लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया है। कुछ इसे अनावश्यक व्यय मान रहे हैं वहीं कुछ इसे शहरविकास में जरूरी बता रहे हैं। इससे सबसे अलग प्रशासन और जनप्रतिनिधि अपने में मस्त हैं । ज्ञात हो कि यह रेलवे फाटक किरोड़ीमल नगर स्टेशन या रायगढ़ रेलवे स्टेशन के प्रभार क्षेत्र में नहीं आता है । दोनों स्टेशनों के मध्य जिंदल में स्थापित स्टेशन के प्रभार में है । इस फाटक पर कर्मचारी नियुक्ति कर इसका संचालन किया जा रहा था।
ओवरब्रिज में वाहनों का रेलम पेल
शहर से बाहर निकलने वाली बहुप्रतीक्षित कोतरारोड रेलवे ओह्वरब्रिज का बिना विधिवत उद्घाटन जनता ने उपयोग शुरू कर दिया है। ओवरब्रिज में आवगमन चालू होने से जाम की समस्या से निजात तो मिल गया किंतु ओह्वर ब्रिज के चारांे तरफ से वाहनांे के रेलमपेल से दुर्घटना की आशंका बनी रहीत है। ऐसे में सुगम यातायात के लिए ओवरब्रिज के नीच चौक बनाकर यातायात के दबाव को नियंत्रित कारने की आवश्यकता है।
देखा जाए तो ढिमरापुर से, शहर से, कोतरारोड फाटक की ओर आने जाने वाले तथा ब्रिज से आने वाले वाहनधारी लोग एक जगह थाने के बगल गजाननपुरम कालोनी से पहले आमने सामने हो रहे है। ऐसे में यहां आए दिन 24 घंटे दुर्घटनाओं का सबब बना हुआ है। क्योंकि यह मार्ग व ब्रिज वाय आकृति में होने पर दो नेशनल हाइवे को जोड़ता है जिसमे वाहनो की आवाजाही 24 घंटे निरंतर चलती है। यही वजह है कि अब यहां यह समस्या सामने आने लगी है। गौरतलब हो कि लंबे समय से ब्रिज का निर्माण अधर में लटका हुआ था इसकी वजह केवल रेलवे का अड़ंगा था। जब रेलवे ने मेगा ब्लाक दी तो सम्बंधित विभाग ने ब्रिज का निर्माण कार्य को पूरी तेजी से करने लगे ताकि समय मे उक्त कार्य पूरा हो सके। फिलहाल यह ब्रिज चालू हो गया है इसका सीधा लाभ जनता को मिलने लगा है। स्थानीय लोग वाहनो की गति व ब्रिज के नीच में एकत्रित होते वाहनो से दुर्घटनाओं से आशंकित होकर भयभीत हैं।इधर रेलवे ने भी शनिवार से फाटक को स्थायी रूप से बंद कर दिया है और यहां से फाटक से जुड़े समान को निकालने में जुट गई है।
सन 2019 में ही हमने राज्य शासन, कलेक्टर और संबंधित विभाग को सूचित किया था कि ब्रिज के निर्माण के बाद फ ाटक से आवागमन पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाएगा। ओवरब्रिज से लोगों के स्वयं ही आवागमन शुरू कर देने पर सर्व संबंधितों को पत्र लिखकर सूचना दी है कि फाटक नौ अप्रैल 2023 से पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाएगा। इस पर संबंधितों ने किसी प्रकार की आपत्ति नहीं की और हमने फाटक पूर्ण रूप से बंद कर दिया है।
-विकास कुमार, उपमंडल अभियंता रायगढ़।
कोतरा रोड रेलवे फाटक मेरे प्रभार क्षेत्र में नहीं आता है। इसका संचालन मेरे द्वारा नहीं किया जाता है।
-प्रेम कुमार राउत स्टेशन मास्टर रायगढ़।