मितानिनों को प्रति माह प्रदान करें दस हजार प्रोत्साहन राशि
मितानिनों समस्त विभागों काम कराकर उनके सहयोग और मेहनत उपेक्षा की जा रही है। शासन की ओर से मितानिनों को उनके कार्यों के मानदेय नहीं दी जा रही है।
By Nai Dunia News Network
Edited By: Nai Dunia News Network
Publish Date: Tue, 30 Nov 2021 10:13:03 PM (IST)
Updated Date: Tue, 30 Nov 2021 10:13:03 PM (IST)

कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मितानिनों समस्त विभागों काम कराकर उनके सहयोग और मेहनत उपेक्षा की जा रही है। शासन की ओर से मितानिनों को उनके कार्यों के मानदेय नहीं दी जा रही है। प्रति माह उन्हे 10 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि दी जाए, जिससे उनके पारिवारिक भरण पोषण में आसानी हो।
इस आशय सहित आठ सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मितानिन संघ की महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंची थी। महिलओं ने बताया वर्ष 2012 से उनकी नियुक्ति की गई है। लंबे समय से सेवा देने के बाद भी उन्हे कार्य के अनुरूप मानदेय नहीं दिया जा रहा। महिलााओं ने अपने अन्य मांगों के बारे में बताया कि सभी मितानिनों का बीमा कराई जाए। प्रोत्साहन राशि प्रति वर्ष 10 फीसद बढोतरी की जाए। मितानिनों ने मांग में इस बात का भी उल्लेख किया है कि वे स्वास्थ्य विभाग को छोड अन्य विभाग का काम नहीं करेंगे। नियुक्ति से लेकर अब तक पूरी मानदेय दी जाए। योग्यता के अनुसार प्रत्येक मितानिन को स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त किया जाए। आकस्मिक मृत्यु होने पर अनुकंपा नियुक्ति दी जाए। किसी भी अधिकारी द्वारा उनसे अभद्र व्यवहार न किया जाए। मितानिनों ने कलेक्टर को लिखे पत्र में कहा कि उनकी आठ सूत्रीय मांग को पूरा करने के अलावा कोरोना काल में किए गए कार्यों की राशि दी जाए। मांग लेकर कलेक्ट्रेट पहुंची मितानिनों में रजनी श्रीवास, बाबी चौहान, शिवकुमारी, सरला तिवारी, प्रभा घई, कमला, आशा यादव, लक्ष्मी कुर्रे, रीमा सिंह, कांति पटेल, गायत्री प्रजापति, गुलापा देवी देवांगन, हबीब बेगम, रतन मिश्रा, जानकी पटेल आदि शामिल थी।