
0 दो घंटे की मशक्कत के बाद व्यवस्था पटरी पर लौटी
कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। शनिवार को जूनाडीह साइडिंग में एक और हादसा हो गया। यहां साइडिंग में पहुंची एक मालगाड़ी के दो वैगन पटरी छोड़कर उतर गए। घटना से कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन लोडिंग कार्य कुछ देर के लिए प्रभावित होने की बात कही जा है। घटना से किसी प्रकार के नुकसान से रेलवे ने इनकार किया है।
जूनाडीह साइडिंग के लोडिंग प्वाइंट पर हुई यह घटना शनिवार की सुबह करीब छह बजे की है। हादसा उस वक्त हुआ जब एक मालगाड़ी साइडिंग के लोडिंग प्वाइंट पर कोयला लदान के बाद रवाना होने की तैयारी में थी। इसी दौरान किसी कारण मालगाड़ी के दो वैगन के पहिए पटरी से उतर गए। सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पहुंचे राहत दल ने किसी तरह वैगन को वापस पटरी पर लाया। सुबह छह बजे बेपटरी हुए वैगन के पहियों को वापस पटरी पर लाने करीब दो घंटे तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। सुबह करीब आठ बजे पहिए पटरी पर आए और कामकाज के साथ परिवहन कार्य बहाल हो सका। रेल प्रबंधन का कहना है कि करीब दो घंटे दस मिनट तक लोडिंग व परिवहन कार्य प्रभावित होने से कोई विशेष नुकसान नहीं हुआ है। लगातार कोयला लदान व परिवहन में व्यस्त दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में मालगाड़ियों की बढ़ती संख्या ने पटरियों का सांस लेना मुश्किल कर रखा है। दूसरी ओर पटरियों की मरम्मत की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
-पहले भी होते रहे गेवरा में हादसे
अप्रैल 2018 में एसईसीएल की गेवरा साइडिंग नंबर-दो स्थित लोडिंग प्वाइंट पर एक मालगाड़ी का इंजन बेपटरी हो गया था। जब एक खाली रैक साइडिंग में प्लेस करने के बाद इंजन मिडिल लाइन से होते हुए वापस दो नंबर पर आ रही थी, तभी ये घटना हुई थी। दो नंबर पर खड़ी डीओवीआरएन (डोर ऑटोमैटिक वैगन) रैक से जुड़ने के लिए जब इंजन प्वाइंट से होते हुए रैक के करीब आ रही थी, तभी रेलवे के केबिन के पास उसके पहिए पटरी से उतर गए। घटना में इंजन रैक से भी टकराया, जिसके कारण कुछ वैगन भी क्षतिग्रस्त हुए व रेलवे को लाखों का नुकसान होने का अनुमान लगाया गया था।
-आधा घंटे पवन टाकीज फाटक रहा जाम
एक दिन पहले ही मालगाड़ी के खड़े हो जाने से काफी देर तक पुराना पवन टाकीज का रेलवे फाटक बंद रहा। शुक्रवार की रात की घटना में फाटक से गुजर रही एक मालगाड़ी अचानक बीच में ही खड़ी हो गई और क्रॉसिंग बंद होने से दोनों ओर नगर के राहगीरों एवं वाहनों की कतार लग गई। इस जगह पर भी अक्सर इस तरह खासकर कोयला लोड मालगाड़ियों के गुजरते वक्त रुक जाने से दिक्कत होती है। खासकर शाम के वक्त इस मार्ग की व्यस्तता चरम पर होती है और ऐसे में फाटक जाम हो जाने से पुराने कोरबा शहर के मुख्य मार्ग पर आवागमन बाधित हो जाता है और लोगों को परेशान होना पड़ता है।