गेवरा से ट्रेनों का परिचालन बंद, माकपा करेगा आंदोलन
30 अप्रैल तक ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं किया जाता है तो क्षेत्र के नागरिकों के साथ आंदोलन किया जाएगा।
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Mon, 25 Apr 2022 07:15:00 AM (IST)
Updated Date: Mon, 25 Apr 2022 07:15:11 AM (IST)

कोरबा । गेवरारोड स्टेशन से ट्रेनों का परिचालन बंद किए जाने से क्षेत्र के यात्रियों को काफी परेशानी से जूझना पड़ रहा है। रेल प्रबंधन के इस निर्णय का विरोध करते हुए मार्क्सवादी कम्यूनिष्ट पार्टी (माकपा) ने कहा है कि 30 अप्रैल तक ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं किया जाता है तो क्षेत्र के नागरिकों के साथ आंदोलन किया जाएगा।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन द्वारा एक के बाद एक करते हुए सभी ट्रेन का परिचालन गेवरारोड स्टेशन बंद किया जा रहा है। क्षेत्र के यात्रियों को मजबूरन सड़क मार्ग से अधिक राशि देकर अपना सफर करना पड़ रहा है। इससे न केवल समय की बर्बादी हो रही, बल्कि अनावश्यक राशि भी खर्च हो रही है। रेल परिचालन को लेकर माकपा ने एक बार पुन: आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने का निर्णय लिया है। माकपा जिला सचिव वीएम मनोहर ने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, एसईसीआर के महाप्रबंधक, डीआरएम व अन्य अधिकारियों को पत्र लिख कर कहा है कि नौ मार्च को रेल चक्काजाम आंदोलन भी किया गया था।
इस दौरान चर्चा हुई थी कि भविष्य में गेवरा रोड स्टेशन से चल रही यात्री ट्रेनों पर रोक नहीं लगाई जाएगी और सारी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। किंतु समझौता के तहत् अभी तक पूर्ण रूप से ट्रेनों संचालन नहीं किया गया एवं रेल प्रबंधन कोरबा पश्चिम की जनता के साथ बड़ा छलावा किया है। केवल तीन ट्रेनों का ही संचालन किया जा रहा था, अब इनमें भी एक ट्रेन का परिचालन अनिश्चतकाल के लिए बंद कर दिया गया। इससे स्पष्ट है कि रेल प्रबंधन को आम जनता की सुविधाओं से कोई सरोकार नहीं है। मात्र रेल द्वारा माल ढुलाई का लक्ष्य प्राप्त करना व उससे प्राप्त होने वाली राजस्व से मतलब है। उन्होंने कहा कि कोरबा पश्चिम में लगभग पांच लाख जनता को इन ट्रेन सुविधाओं का लाभ मिल रहा था, जबकि उनके लिए अन्य कोई साधन उपलब्ध नहीं है।
ऐसे में रेल प्रबंधन का आदेश जारी करना, जबकि आम जनता शादी ब्याह में सम्मिलित होने, बच्चों के छुट्टियों का समय होने व कोरबा पश्चिम की सड़कों की स्थिति बहुत खराब होने के कारण यही एक मात्र उपाय था, जिसे रेल प्रबंधन द्वारा ट्रेन सुविधा बंद कर कोरबा पश्चिम की जनता को परेशानी में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि यदि सभी ट्रेनों का परिचालन 30 अप्रैल तक जारी नहीं किया जाता है तो माकपा व कोरबा पश्चिम क्षेत्र में निवासरत लोग आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।