कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। हर हाथ में भगवा झंडा, डीजे में प्रचंड ध्वनि में चल रहे जय श्रीराम बोलो जय श्री राम, गूंज उठेगा सारा हिंदुस्तान...गीत के बीच विश्व हिंदू परिषद के झूमते कार्यकर्ताओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। यह नजारा सुभाष चौक में कवर्धा कांड के प्रतिकार रैली में देखने को मिला। विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों को चेतावनी दी कि पुलिस टीने की सुरक्षा दीवार खुद से हटा ले नहीं तो प्रतिकार रैली इसे तोड़कर आगे बढ़ जाएगी। पुलिस और हिंदू संगठन के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। मौके की नजाकत को भांपते हुए अंततः भगवाधारियों की रैली को कोसाबड़ी पहुंचने के लिए प्रशासन ने रास्ता दे दिया।

अब तक प्रशासन कोसाबाड़ी चौक में ही टीने की दीवार लगाकर विरोध प्रदर्शन रैलियों को रोकती थी लेकिन विश्व हिंदू परिषद की रैली को सुभाष चौक में रोकने की कवायद खुद के लिए किरकिरी बन गई। दरअसरल प्रशासन ने सुभाष चौक से कोसाबाड़ी तक प्रतिकार रैली निकाली की अनुमति विश्व हिंदू परिषद जिला इकाई को दी थी लेकिन बाद में इसे रद्द करते हुए सुभाष चौक में बेरिकेड लगा दिया, जो पदाधिकारियों को नागवार गुजरा। उल्लेखनीय है कि कवर्धा में हुई घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद के तत्वावधान में प्रतिकार रैली का आयोजन किया गया था। रैली के पूर्व सुभाष चौक में आयोजित सभा विभिन्ना कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया है। संगठन के महामंत्री विजय कुमार राठौर ने कहा कि भगवा का अपमान नहीं सहा जाएगा। हिंदुओं सहृदयी भाव को उनकी कमजोरी न समझी जाएगा। इसके पूर्व संठगन के वयोवृद्ध कार्यकर्ता जुड़ावन सिंह ने कहा कि हिंदुओं की एकता को डिगाने वाली ताकत को कभी सफल होने नहीं दिया जाएगा। संगठन के सदस्य रणधीर पांडे ने कहा कि हिंदू कभी भी सांप्रदायिकत दुर्भावना के पक्षधर नहीं रहे हैं, यह बात पूरी दुनिया जानती है, कवर्धा में हुई घटना ने हर हिंदू की भावना का ठेस पहुंचाया है। यह हुंकार रैली हिंदू अस्मिता को जगाने साथ संप्रदायिक उन्माद फैलाने वालों के लिए चेतावनी है कि वे जाग जाएं और अपने दायरे में रहें। संगठन के सदस्य अशोक तिवारी ने कहा कि जिला प्रशासन को विश्व हिंदू परिषद की जिला इकाई ने रैली के संबंध में पूर्व में लिखित सूचना दे दी थी। सूचना में इस बात का उल्लेख था कि प्रतिकार रैली सुभाष चौक से रैली से निकलकर कोसाबाड़ी पहुंचेगी, जिस पर प्रशासन ने अनुमति भी दी थी। अब वही अपनी अनुमति से मुकर रही है। नियम के अनुसार संगठन कोसाबाड़ी पहुंच कर ही ज्ञापन सौंपेगा, चाहे इसके लिए उसे बेरिकेड ही तोड़न क्यों न पड़े। इतने में डीजे की प्रचंड ध्वनि के साथ संगठन के लोगों की भीड़ बेरीकेट को तोड़ने के लिए आगे बढ़ी जिसे रोकने में पुलिस उपअधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व में भीड़ पुलिस प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी। प्रतिकार रैली में उपस्थित पूर्व गृह मंत्री ननकी रामकंवर ने कहा कि प्रशासन अपनी ही बात पर मुकर रही है। जब संगठन शांति पूर्ण तरीके रैली निकालना चाहती है तो बेरीकेट को हटाया जाना चाहिए। इसके बाद भी प्रशासन सुभाष चौक में ही एसडीएम हरिशंकर पैकरा के नेतृत्व में ज्ञापन लेने में अड़ा रहा है। इससे बेरिकेड तोड़ने के लिए आगे बढ़ रही भीड़ और पुलिस के बीच कई बार झूमा-झटकी हुआ। हालिया स्थिति को देखते हुए पूर्व महापौर जोगेश लांबा ने कहा कि जिला प्रशासन को दस मिनट का समय दिया जाता है। समय सीमा के भीतर बेरिकेड नहीं हटाई गई तो संगठन उसे तोड़ कर आगे बढ़ेगा। अनियंत्रित भीड़ को देखते हुए प्रशासन को बेरिकेड खोलना पड़ा और संगठन ने कोसाबाड़ी चौक तक रैली निकाल कर अपर कलेक्टर सुनील नायक ज्ञापन सौंपा। रैली में शामिल होने संगठन से जुड़ी महिलाएं भी खासी तादात में पहुंची थी। वर्तमान में चल रहे नवरात्र पर्व को देखते हुए युवतियों में दुर्गा, काली आदि का रूप धारण कर रैली में भागीदारी निभाई।

सड़क मार्ग बंद होने से हलकान रहे राहगीर

विश्व हिंदू परिषद की रैली को संवेदनशील मानते हुए कलेक्ट्रेट से जुड़े तमाम मार्गो में बेरिकेड लगाकर बंद कर दिया। चौक चौराहों को छावनी में तब्दील कर दी गई थी। सुभाष चौक को सड़क के दोनों ओर से बंद कर दिया था। इसी तरह कोसाबाड़ी चौक से बालको मार्ग के बंद होने से राहगीरों को बायपास मार्ग से आवागमन करना पड़ा। बस, आटो व अन्य सवारी वाहनों को पीजी कालेज से पहले परिवहन कार्यालय मार्ग से आवागमन कराया जा रहा था। कलेक्ट्रेट पहुंच मार्ग को कोसाबाड़ी -बालको मार्ग में दोनों ओर से बंद किए जाने के कारण निजी के काम से पहुंचे ग्रामीणों को बैरंग वापस लौटना पड़ा।

उछलते रहे जूते- चप्पल और पानी पाउच

बेरिकेड को तोड़ने के लिए आगे बढ़ रही भीड़ को रोकने के लिए चले जोर आजमाइस के बीच मजूता चप्पल और पानी पाउच को उछालकर फेंकने का भी दौर चला। संवेदनशील रैली को लेकर पुलिस प्रशासन को खासी मशक्कत का सामना करना पड़ा। बेरिकेड के खुलते ही भीड़ तेजी से कोसाबड़ी चौक की ओर आगे बढ़ी। यहां चौक में बनाए गए केरिकेड को भी तोड़ने की आंशका से पुलिस सतर्क रही। भीड़ को तीतर बितर करने के लिए पानी फौव्वारा वाहन को भी चौक में खड़ा गया था। बहरहाल ज्ञापन सौंपने के बाद संगठन के सदस्य किशोर बुटोलिया ने कहा कि हमने प्रतिकार रैली से यह बता दिया है कि भगवा और हिंदूत्व के अपमान को कभी सहन नहीं किया जाएगा।

मुख्यमंत्री के नाम छह सूत्रीय मांग पत्र

विश्व हिंदू परिषद जिला इकाई ने मुख्यमंत्री के नाम छह सूत्रीय मांग का ज्ञापन पत्र अपर कलेक्टर को सौंपा। मांग में इस बात का उल्लेख है कवर्धा हुई घटना की न्यायिक जांच हो ताकि दोषियों को कड़ी सजा मिले। घटना के लिए जिम्मेदार कलेक्टर, एसपी, तहसलीदार सहित तमाम अधिकारियों को निलंबित किया जाए। कवर्धा के भोजली तालाब में जिन आसामाजिक तत्वों ने बेजाकब्जा किया है, उसे तत्काल हटाया जाए। कवर्धा में हुई घटना के लिए वन मंत्री मोहम्मद अकबर की कार्यशैली जिम्मेदार है। मंत्री को पद से हटाने के अलावा उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त करने की मांग भी ज्ञापन में शामिल है।

Posted By: Nai Dunia News Network

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